Ujjain News: उज्जैन जिले के महिदपुर के पूर्व विधायक और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष बहादुर सिंह चौहान पर हुए हमले के मामले में पुलिस गलत नाम को हटाने की तैयारी कर रही है. इसके लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का मार्गदर्शन भी लिया जा रहा है. महिदपुर थाना पुलिस ने 30 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिनमें से 10 लोगों के नाम निकाले जा रहे हैं.


महिदपुर में आयोजित स्वास्थ्य केंद्र के उद्घाटन समारोह में शामिल होने आए प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल सांसद, अनिल फिरोजिया के सामने पूर्व विधायक बहादुर सिंह चौहान पर बीजेपी के ही कार्यकर्ताओं ने हमला किया था. इस मारपीट के मामले में पुलिस ने 30 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है. जिनमें भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस के साथ नेता भी शामिल है. इस मामले को लेकर कांग्रेस ने आंदोलन करते हुए झूठे नाम को निकालने की मांग उठाई थी. अब पुलिस की विवेचना शुरू हो गई है.


सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है
उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा के मुताबिक किसी भी मामले में पुलिस गलत आदमी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी. महिदपुर में दर्ज हुआ प्रकरण को लेकर भी सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है. इसके अलावा वायरल वीडियो की भी पड़ताल की जा रही है. इस मामले में शिकायतकर्ता ने भी 10 लोगों के खिलाफ के पक्ष में शपथ पत्र दे दिया है, जिसमें इस बात का उल्लेख किया गया है कि गलती से 10 लोगों के नाम एफआईआर में लिख दिए गए थे. यदि उनके नाम हटा दिए जाए तो फरियादी को कोई आपत्ति नहीं है.


कांग्रेस के इन नेताओं को लेकर हुआ था आंदोलन
महिदपुर थाना पुलिस ने जिन कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया था, उनमें पूर्व जिला पंचायत सदस्य रणछोड़ त्रिवेदी, कांग्रेस नेता ईश्वर सिंह, भरत शर्मा, गजराज सिंह, कमल सिंह, नगुलाल मालवीय सरपंच, ईश्वर सिंह पिपलिया के नाम शामिल है. इनमें से कई लोग तो महिदपुर में ही मौजूद नहीं थे जबकि एक व्यक्ति तो अदालत परिसर में मौजूद था, जिसकी तस्दीक भी हो गई है.


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