Ujjain News: उज्जैन में जब दरवाजा खटखटाने और डोर बेल की आवाज सुनकर लोग बाहर निकले तो चौंक गए, घर के दरवाजे पर कलेक्टर आशीष सिंह खड़े हुए थे. उनके साथ जनप्रतिनिधि भी लोगों के घर पहुंचे और उनसे कोरोना के दूसरे डोज की जानकारी ली. जिन लोगों ने डोज नहीं लेने का बात कही उन्हें तुरंत टीकाकरण सेंटर पर भेजा गया. धार्मिक नगरी उज्जैन एक समय में कोरोना का हॉटस्पॉट बन गया था. यहां 19102 लोग कोरोना पॉजिटिव निकल चुके हैं. संक्रमण से 171 लोगों की मौत भी हो चुकी है. मध्यप्रदेश में कोरोना से पहली मौत राबिया बी के रूप में उज्जैन की महिला की ही हुई थी. उज्जैन में कोरोना के चलते भगवान महाकाल की भस्म आरती को भी डेढ़ साल तक बंद करना पड़ा था. कोरोना की तीसरी लहर रोकने के लिए उज्जैन में दस्तक अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत सांसद अनिल फिरोजिया, कलेक्टर आशीष सिंह, विधायक पारस जैन सहित जनप्रतिनिधि और अधिकारी घर-घर जाकर लोगों के दरवाजे की कुंडी खटखटा रहे हैं.


कोरोना का दूसरा डोज नहीं लगने की बात सामने आने पर तुरंत लोगों को टीकाकरण सेंटर भेजा जा रहा है. कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि उज्जैन में फिलहाल एक भी कोरोना का एक्टिव मरीज नहीं है. उज्जैन जिले में बिना रजिस्ट्रेशन के कोरोना वैक्सीन का सेकंड डोज लगाया जा रहा है. टीकाकरण के लिए शहर में 120 सेंटर बनाए गए हैं. उज्जैन में अभी तक 5,14,404 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं. इसके अलावा कोरोना से 18931 लोग ठीक भी हो चुके हैं.


टीकाकरण के लिए फैला रहे जागरुकता अभियान


कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज अल्पसंख्यक बहुल्य क्षेत्र में रहने वाले लोगों ने कम संख्या में लगाया है. उसको देखते हुए उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह, सांसद अनिल फिरोजिया बेगम बाग कॉलोनी सहित अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में विशेष रूप से जागरूकता फैला रहे हैं.


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