Ujjain News: उज्जैन (Ujjain) में धार्मिक पर्यटन बढ़ने के साथ-साथ होटलों में श्रद्धालुओं से अधिक किराया वसूलने की शिकायतें भी लगातार बढ़ती जा रही है. धार्मिक नगरी उज्जैन में ऐसी शिकायतों पर लगाम कसने के लिए कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कड़े निर्देश जारी किए हैं. 15 दिन के भीतर होटल संचालकों को अपने रिसेप्शन पर होटल की रेट लिस्ट चस्पा करनी होगी. ऐसा नहीं करने वाले संचालकों का होटल सील कर दिया जाएगा. 


महाकाल लोक के निर्माण के बाद उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या में कई गुना की बढ़ोतरी होई है. इसी वजह से महाकालेश्वर मंदिर के आसपास और शहर के कई इलाकों में नए होटल खुल गए. श्रद्धालुओं द्वारा लगातार जिला प्रशासन के अधिकारियों को शिकायत की जा रही थी कि होटल संचालकों द्वारा मुंह मांगा किराया वसूला जा रहा है. इस मामले में कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने होटल संचालकों की बैठक ली. 


कलेक्टर ने दिए ये निर्देश
इस बैठक में स्पष्ट रूप से निर्देश दिए गए कि 15 दिन के भीतर हर होटल के रिसेप्शन पर किराए की रेट लिस्ट चप्पा हो जानी चाहिए. उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि यदि किसी श्रद्धालु ने रेट लिस्ट के अतिरिक्त अधिक किराया देने की शिकायत की, तो होटल को सील कर दिया जाएगा. यदि आवश्यकता पड़ी तो होटल संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है.


भीड़ के अनुसार बढ़ाया जाता है किराया
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में अमूमन शनिवार, रविवार और सोमवार को श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ उमड़ती है. इसके अलावा धार्मिक पर्वों पर भी यहां जनसैलाब देखने को मिलता है. जब श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक बढ़ जाती है, उस समय होटल संचालक किराए में 2 गुना तक की वृद्धि कर देते हैं. इससे शिव भक्तों की जेब ढीली हो रही थी. इसी समस्या को दूर करने के लिए कलेक्टर ने होटल संचालकों की बैठक बुलाकर उन्हें स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए हैं.


फायर सेफ्टी के लाइसेंस की अनिवार्यता
श्रद्धालुओं की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम होटल संचालकों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिए कि यदि फायर सेफ्टी लाइसेंस होटल में नहीं पाया गया तो होटल को सील कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि होटल संचालकों के लिए 15 दिन के भीतर फायर सेफ्टी लाइसेंस लेना अति आवश्यक है. इस लाइसेंस के बिना होटल का संचालन किया जाना मुमकिन नहीं होगा.  नगर निगम आयुक्त रोशन सिंह के नेतृत्व में 15 दिन बाद फायर सेफ्टी लाइसेंस की अनिवार्यता को लेकर अभियान चलाया जाएगा.


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