(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
सीएम मोहन के शहर उज्जैन में कलेक्टर का बड़ा एक्शन, तहसीलदार के रीडर को किया सस्पेंड
Ujjain News: उज्जैन में मुख्यमंत्री के शहर में राजस्व प्रकरणों का समय पर निराकरण नहीं करने पर कलेक्टर ने कार्रवाई की है. तहसीलदार के रीडर को निलंबित कर दिया गया है.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के शहर में यदि राजस्व प्रकरण का समय से निराकरण नहीं हुआ तो कर्मचारी और अधिकारियों पर गाज गिरना तय है. कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने अल्टीमेटम देने के बाद अब दफ्तर में पेंडिंग प्रकरणों की स्थिति पर भी नजर डालना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में उज्जैन तहसीलदार के रीडर को सस्पेंड कर दिया गया है.
उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि चुनाव निपटने के बाद अधिकारियों और कर्मचारियों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिए गए हैं कि बंटवारा, सीमांकन, नामांतरण सहित राजस्व संबंधी सभी मामलों में आम लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े सभी कार्य सीमा में संपन्न किया जाए. इसी उद्देश्य से उज्जैन के तहसीलदार के दफ्तर का निरीक्षण किया गया.
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने प्रशासनिक संकुल भवन के प्रथम तल स्थित तहसील कार्यालय उज्जैन उत्तर का औचक निरीक्षण किया. उन्होंने यहां न्यायालय तहसीलदार में नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन आदि राजस्व प्रकरणों के निराकरण की स्थिति देखी.
उन्होंने 1 वर्ष और 6 माह से अधिक लंबित प्रकरणों के संबंध में तहसीलदार उज्जैन उत्तर से जानकारी ली और लंबित प्रकरणों का शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिए. राजस्व प्रकरणों के उचित प्रबंध न करने और तामिली में लापरवाही पर रीडर तहसीलदार न्यायालय को निलंबित करने के निर्देश दिए. कलेक्टर सिंह ने कहा कि 6 माह से अधिक के प्रकरणों का प्राथमिकता से निराकरण सुनिश्चित कराएं. सीमांकन के प्रकारों में भी डेट निश्चित कर निराकरण किया जाएं.
सरकारी दफ्तर में मची खलबली
उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के अचौंक निरीक्षण करने के बाद राजस्व विभाग के अधिकारियों में खलबली मच गई है. उज्जैन जिले की सभी तहसीलों में अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), तहसीलदार, नायब तहसीलदार के सरकारी दफ्तर में पेंडिंग मामलों को खंगाला जा रहा है. कलेक्टर अगले बुधवार फिर राजस्व संबंधी प्रकरणों की समीक्षा बैठक लेंगे.
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