Ujjain Saints Protest: उज्जैन में लंबे समय से शिप्रा शुद्धीकरण की मांग उठा रहे साधु-संतों ने अब सड़क पर उतरने का मन बना लिया है. गुरुवार से उज्जैन के दत्त अखाड़ा पर साधु-संतों का धरना प्रदर्शन शुरू होगा. साधु संतों ने अल्टीमेटम दिया है कि अब मांग मंजूर होने तक वे लगातार चरणबद्ध आंदोलन करते रहेंगे. संतो की यह मांग है कि शिप्रा नदी में मिलने वाले नालों को तुरंत रोका जाना चाहिए. दरअसल, उज्जैन में उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी के शुद्धीकरण की मांग वर्षों से चुनावी मुद्दा बनती आई है, लेकिन धरातल पर कोई काम नजर नहीं आ रहा है. साधु संत भी शिप्रा शुद्धीकरण को लेकर लगातार अपनी ओर से मांग उठाते आए हैं.
बुधवार को उज्जैन के जूना अखाड़ा के साधु-संतों के नेतृत्व में बैठक आयोजित की गई. जूना अखाड़े के महंत आनंद गिरी ने बताया कि साधू संतों ने यह तय किया है कि गुरुवार से धरना प्रदर्शन शुरू किया जाएगा. यह धरना दत्त अखाड़ा घाट पर शुरू होगा. उन्होंने जिला प्रशासन और सरकार से यह मांग की है कि शिप्रा में मिल रहे नालों को तत्काल रोका जाए. इसके अलावा शिप्रा शुद्धीकरण को लेकर साधु-संतों से भी परामर्श लिया जाए.
प्रदर्शन को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट
महंत रामदास ने बताया कि सिंहस्थ महापर्व के दौरान भी कई बार शिप्रा शुद्धीकरण को लेकर साधु संत आवाज उठा चुके हैं, मगर आज भी बड़े-बड़े होटलों और रहवासी इलाकों से निकलने वाला गंदा पानी शिप्रा नदी को दूषित कर रहा है. वहीं इस ओर किसी का ध्यान नहीं है. साधु संतों के प्रदर्शन को लेकर जिला प्रशासन भी अलर्ट हो गया है. हालांकि कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि वे टीकाकरण अभियान के दौरान व्यस्त थे. उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि साधु संतों द्वारा किस बात को लेकर प्रदर्शन की चेतावनी दी गई है.
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