Ujjain News: भगवान महाकाल के दर से मायूस नहीं लौटेंगे श्रद्धालु, भस्म आरती में सभी भक्तों को मिलेगा दर्शन का मौका
महाकालेश्वर मंदिर के पंडित महेश पुजारी के मुताबिक हजारों श्रद्धालुओं की भस्म आरती में शामिल होने की मनोकामना रहती है. अब नई व्यवस्था के तहत उनकी मनोकामना भी पूरी हो जाएगी और होटल का किराया भी बचेगा.
Mahakal Temple Bhasma Arti: भगवान महाकाल के भक्तों के लिए अच्छी खबर है. विश्व प्रसिद्ध भस्म आरती में शत प्रतिशत भक्तों को दर्शन का मौका मिलेगा. रोजाना श्रद्धालुओं की बढ़ती तादाद के मद्देनजर महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में फैसला लिया गया. इसके लिए सोमवार से महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं. नई व्यवस्था के तहत अब भक्तों को भस्म आरती में भगवान महाकाल के चलित दर्शन होंगे. महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर की भस्म आरती में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की तादाद बढ़ती जा रही है.
भगवान महाकाल के भक्तों के लिए अच्छी खबर
इसी बात को ध्यान में रखते हुए महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने चलित दर्शन की व्यवस्था सोमवार से लागू करने का निर्णय लिया है. इसके तहत भस्म आरती में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को अनुमति नहीं मिलने पर भी मौका मिल जाएगा. महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशिक्षक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि अभी 7 दिनों के लिए नई व्यवस्था लागू की गई है. नई व्यवस्था सफल होने पर इसे हमेशा के लिए लागू कर दिया जाएगा. वर्तमान समय में भस्म आरती में 1500 श्रद्धालुओं को अनुमति दी जा रही है लेकिन दर्शन करने आने वाले भक्तों की तादाद काफी ज्यादा है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए नया फैसला हुआ है. महाकालेश्वर मंदिर की भस्म आरती में शत प्रतिशत भक्तों को दर्शन का मौका मिलेगा.
होटल किराए की बचत और मनोकामना भी पूरी
महाकालेश्वर मंदिर के पंडित महेश पुजारी के मुताबिक भस्म आरती में प्रवेश नहीं मिलने के कारण भक्तों को एक-दो दिन होटल में रुक कर दर्शन का इंतजार करना होता था. अब श्रद्धालुओं को होटल का अधिक किराया नहीं भरना पड़ेगा. उन्हें प्रतिदिन दर्शन हो जाएंगे. हजारों श्रद्धालुओं की भस्म आरती में शामिल होने की मनोकामना रहती है. अब उनकी मनोकामना भी पूरी हो जाएगी.
गणेश और कार्तिक मंडपम से दर्शन की व्यवस्था
महाकालेश्वर मंदिर के सहायक प्रशासक का कहना है कि गणेश और कार्तिक मंडपम से दर्शन की व्यवस्था की जा रही है. सिंहस्थ महापर्व के दौरान भी इसी प्रकार की दर्शन की व्यवस्था थी. उस समय भी श्रद्धालुओं को चलायमन दर्शन कराए गए थे. मंदिर समिति की ओर से दर्शन की अनुमति मिलने पर भक्त मंदिर परिसर में बैठकर आरती के दर्शन कर सकेंगे. इसके अलावा अनुमति नहीं मिलने पर भक्त नई व्यवस्था के तहत दर्शन कर सकेंगे.