MP News: मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने 14 किलोमीटर का सफर नाव में तय किया. इस दौरान उन्होंने सभी घाटों के हाल जाना और एक नोट तैयार की है. इस दौरान उनके साथ आईएएस अधिकारी जिला पंचायत सीईओ भी मौजूद थी. सरकार की ओर से घाट बनाने की स्वीकृति दे दी गई है.


कलेक्टर नीरज कुमार सिंह बुधवार (8 जनवरी) सुबह 7:00 बजे घने कोहरे के बीच नाव में सवार होकर शिप्रा नदी के घाटों का निरीक्षण करने पहुंचे. उन्होंने शिप्रा नदी के लगभग 29 किलोमीटर लंबे घाटों का निरीक्षण किया. मध्य प्रदेश की डॉ मोहन यादव सरकार सिंहस्थ 2028 के मद्देनजर घाटों का निर्माण करने जा रही है. श्रद्धालुओं के स्नान की व्यवस्था के लिए 29 किलोमीटर लंबे घाट तैयार किए जाएंगे. 


शनि मंदिर से नागदा बाईपास तक बनेंगे घाट


मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने हाल ही में बड़ी सौगात दी है. उन्होंने कहा कि इस बार सिंहस्थ में 2016 की तुलना में दोगुना श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, जिसे देखते हुए शिप्रा नदी के आसपास 29 किलोमीटर तक दोनों तरफ घाट का निर्माण किया जाएगा. यह घाट शनि मंदिर से शुरू होकर नागदा बाईपास तक बनाए जाएंगे. 


मिल चुकी है प्रशासकीय स्वीकृति 


इसी को ध्यान में रखते हुए उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया. उज्जैन कलेक्टर ने बताया कि घाटों को लेकर एक रिपोर्ट तैयार की गई है जिसे सरकार को भेजा जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि घाटों के निर्माण की प्रशासकीय स्वीकृति मिल गई है. यह घाट किस प्रकार से तैयार किए जाएंगे? इसे लेकर निरीक्षण किया गया है. 


29 किलोमीटर लंबे बनेंगे घाट


कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि एक तरफ साढ़े 14 किलोमीटर लंबा घाट निर्माण किया जाएगा. नए घाट का निर्माण होने के बाद साल 2016 की तुलना में इस बार एक साथ दो गुना से ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ के स्नान की व्यवस्था हो जाएगी.


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