Ujjain Police Encounter: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के बाद मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने भी दुस्साहस करने वाले बदमाशों को उन्हीं की भाषा में जवाब देने की तैयारी कर ली है. इसी कड़ी में पुलिस की फायरिंग से पहले तीन बदमाशों ने खुद को सरेंडर कर दिया. तीनों बदमाश उज्जैन में श्रद्धालुओं के साथ लूटपाट की वारदात को अंजाम दे चुके थे. तीनों कुख्यात बदमाश इंदौर के रहने वाले हैं.


बता दें कि उज्जैन में महाकाल लोक निर्माण के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है. ऐसी स्थिति में बदमाशों ने उज्जैन में वारदातों को अंजाम देने की बड़ी प्लानिंग की थी. इसी कड़ी में उज्जैन की कलश होटल में 3 बदमाशों ने गन पॉइट पर मैनेजर को बंधक बनाकर श्रद्धालुओं के साथ लूटपाट की.


एनकाउंटर से पहले पुलिस को किया सरेंडर
इस वारदात के बाद श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए थे. नगर पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश मिश्रा ने बताया कि तीनों बदमाशों के धरमबड़ला इलाके में वारदात को अंजाम देने की प्लानिंग बनाने की सूचना मिली थी. इसी सूचना के आधार पर जब पुलिस ने घेराबंदी की तो तीनों बदमाश भागने लगे. जब पुलिस ने अपनी ओर से उन्हें चेतावनी दी और अपने हथियार निकाले तो तीनों बदमाशों के हाथ पैर कांपने लगे. तीनों ने एनकाउंटर से पहले ही पुलिस को सरेंडर कर दिया. हालांकि इस भागदौड़ में तीनों बदमाश जख्मी हो गए. तीनों को इलाज के लिए उज्जैन के सरकारी अस्पताल में लाया गया.




नशे के लिए दिया था लूट की वारदात को अंजाम
दरअसल इन बदमाशों का पुराना अपराधी रिकॉर्ड बताया जा रहा है. तीनों आरोपी तौफीक, एहसान और आरिफ इंदौर के खजराना थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. आरोपियों से लूट की वारदात में प्रयुक्त की गई कार भी बरामद की गई है. उज्जैन के होटल में ठहरे श्रद्धालुओं को सिलसिलेवार कमरे खुलवा कर लूटने वाले तीनों बदमाश आरिफ, तौफीक और एहसान पिछले कई समय से अपराधिक वारदातों में लिप्त रहे हैं. आरोपियों ने बताया कि वे वाहन चालक भी हैं जबकि एक आरोपी फ्रूट विक्रेता है. आरोपियों को का यह भी कहना है कि वे गांजा, चरस शराब पीने के आदि हैं. नशे की लत को पूरा करने के लिए उन्होंने लूट की वारदात को अंजाम दिया था.


पुलिस के मुताबिक आरोपियों से लूट में इस्तेमाल किए गए हथियार भी बरामद करने की कोशिश की जा रही है. आरोपियों का यह भी कहना है कि वे उज्जैन में फिर से वारदात को अंजाम देने के लिए आए थे लेकिन वारदात से पहले ही पकड़े गए.


ये भी पढ़ें: MP Rainfall: बारिश और ओलावृष्टी से 34 हजार किसानों की 38,985 हेक्टेयर फसल खराब, सिर्फ इन जिलों को मुआवजा देगी सरकार!