Ujjain News: वेयर हाउस किसानों के लिए सबसे महत्वकांक्षी और सुरक्षित आय का महत्वपूर्ण साधन है. इसके जरिए किसान करोड़पति बन सकते हैं. इतना ही नहीं सरकार द्वारा वेयर हाउस को लेकर बड़ी छूट भी दी जाती है. वेयर हाउसिंग से सरकार को भी काफी लाभ पहुंच रहा है. इसी के चलते उज्जैन जिले में डेढ़ सौ से ज्यादा वेयर हाउस तैयार हो चुके हैं. राज्य और केंद्र सरकार हमेशा किसानों से फसलों के साथ-साथ उद्योग और अन्य व्यवसाय में अपनी सहभागिता बढ़ाने की अपील करती रहती है. इसी के तहत किसानों से जुड़ी सबसे बड़ी महत्वकांक्षी योजना वेयरहाउस है.


वेयर हाउस के जरिए किसान अपनी सुरक्षित और एक बड़ी इनकम सुनिश्चित कर सकते हैं. उज्जैन जिले में वेयर हाउस से स्टार्टअप करने वाले किसान राजेंद्र सिंह ठाकुर बताते हैं कि केंद्र सरकार की ओर से वेयर हाउस बनाने में महिलाओं को 33 फीसदी की सब्सिडी दी जाती है. उनका कहना है कि प्रत्येक गांव में एक वेयरहाउस होना बेहद जरूरी है. वेयर हाउस होने से किसानों को फसल का शहर की मंडियों की ओर परिवहन नहीं करना पड़ेगा. इससे गांव के किसानों को भी लाभ मिलेगा.


राजेंद्र सिंह ठाकुर बताते हैं कि उन्होंने पहले स्वयं के 3 वेयरहाउस बनाए,  इसके बाद अपने परिचितों और रिश्तेदारों के अभी तक 20 वेयरहाउस बनवा चुके हैं. उन्होंने उदाहरण देते हैं बताया कि यदि 1 लाख बोरी का वेयरहाउस तैयार किया जाता है तो इसमें 3 करोड़ रुपए की राशि लगती है. इनमें से सरकार की ओर से लगभग ₹1 करोड़ की सब्सिडी दी जाती है. इसके बाद बैंक द्वारा भी 80 फ़ीसदी तक लोन किया जा सकता है. इस प्रकार किसान अपनी जेब से ₹40 लाख लगाकर 100000 बोरी का वेयर तैयार कर सकता है. इस प्रकार किसान 25000 बोरी से लेकर लाखों बोरी का वेयर हाउस तैयार कर सकता है. इसके लिए सरकार द्वारा सब्सिडी का काफी बड़ा योगदान रहता है.


इतना मिलता है किराया


यदि हम एक लाख बोरी के वेयर हाउस की बात करें तो सभी सुविधाओं से लैस वेयरहाउस का किराया लगभग ₹830000 प्रतिमाह बनता है. इस प्रकार किसान लगभग एक करोड़ रुपये वार्षिक किराया हासिल कर सकता है. इसके अलावा वेयर हाउस में ज्यादा मेंटेनेंस भी नहीं रहता है. वेयर हाउस में रखने वाली फसलों का बीमा भी हो जाता है. हालांकि देखरेख में थोड़ा-सा मेंटेनेंस जरूर लगता है, मगर छोटी सी राशि लगाकर बैंक ऋण के जरिए एक बड़ी इनकम शुरू की जा सकती है. यह आय सुरक्षित होने के साथ-साथ हमेशा बनी रहती है.


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