World Blood Donor Day 2024: रक्तदान महादान इस स्लोगन को तो सभी ने पढ़ा, देखा और सुना होगा लेकिन कितने लोग अपने जीवन में रक्तदान कर दूसरों की जान बचाने में सफल हो पाते हैं. इस प्रश्न का जवाब अंतर्राष्ट्रीय रक्तदान दिवस पर जरूर मंथन लायक है. धार्मिक नगरी उज्जैन के रहने वाले रोशन यादव अभी तक 12000 से ज्यादा लोगों की रक्त की जरूरत पूरी कर चुके हैं, जबकि स्वयं 36 बार रक्त दे चुके हैं. 


उज्जैन के रहने वाले रोशन यादव ने 30 साल पहले रक्तदान के लिए ब्लड बैंक शुरू की थी, उस समय उनकी माता को रक्त की आवश्यकता पड़ी थी और उन्हें सभी जगह भटकना पड़ा था. इसके बाद उन्होंने फैसला लिया कि उज्जैन जिले व आसपास किसी व्यक्ति को रक्त के लिए इतना परेशान ना होना पड़े, इसके लिए ब्लड बैंक की शुरुआत की जाए. फ्रेंड्स ग्रुप ब्लड बैंक के नाम से रोशन यादव 30 सालों से लगातार लोगों तक डोनर पहुंच रहे हैं. 


रक्तदान के लिए लोगों को किया प्रोत्साहित
रोशन यादव का कहना है कि वह अपने जन्मदिन की शुरुआत रक्तदान से करते हैं और अभी तक 36 बार रक्त दे चुके हैं. उन्होंने उज्जैन जिले में 400 से ज्यादा कैंप लगाकर लोगों को रक्तदान के लिए प्रोत्साहित किया. उनका कहना है कि रक्तदान महादान होने के साथ-साथ दूसरों की रक्षा के लिए सबसे महत्वपूर्ण दान है. लोगों को जागरूक होने की जरूरत है. उनका कहना है कि 18 से 50 वर्ष का कोई भी व्यक्ति रक्तदान कर सकता है यदि वह 1 साल में तीन बार भी रक्तदान करे तो शारीरिक रूप से उक्त व्यक्ति की क्षमता उतनी ही बनी रहेगी.


रोशन यादव को क्यों कहा जाता है गोल्डन मैन
ब्लड बैंक चलने वाले रोशन यादव को सोना बहुत पसंद है. वे हाथ, गले में लगभग 1 किलो सोना पहनते हैं जिसकी कीमत 70 लाख के आसपास है. उज्जैन जिले में रोशन यादव को लोग गोल्डन मैन के नाम से जानते हैं. उनका कहना है कि उन्हें बचपन से ही सोना पहनने का शौक है इसलिए उन्होंने धीरे-धीरे अपने लिए 1 किलो सोना खरीद लिया.


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