Ujjain News: धार्मिक नगरी उज्जैन में एक बार फिर कोरोना के हॉटस्पॉट बनने लगे हैं. खास बात यह है कि पहली और दूसरी लहर में जिन स्थानों पर सबसे ज्यादा मरीज निकले थे, अब फिर वे ही कॉलोनियां फिर से हॉटस्पॉट बनती जा रही हैं. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ऐसे हॉटस्पॉट पर विशेष नजर रख रहा है. उज्जैन के ऋषि नगर, बहादुरगंज, इंदौर गेट नामक कालोनियों के ऐसे इलाके हैं जो कोरोना की पहली और दूसरी लहर में बड़े हॉटस्पॉट बनकर सामने आए थे. यहां बड़ी संख्या में कोरोना पाजिटिव मरीज निकल कर सामने आए.
ऋषि नगर में सबसे अधिक मामले
अब तीसरी लहर में एक बार फिर इनमें से कुछ कॉलोनियां सुर्खियों में हैं. खासतौर पर ऋषि नगर में एक बार फिर बड़ी संख्या में मामले सामने आ रहे हैं. उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि जहां भी कोरोना पॉजिटिव मामले अधिक संख्या में सामने आ रहे हैं, वहां सैंपल की संख्या भी बढ़ा दी गई है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि पॉजिटिव मरीज की हिस्ट्री का पता कर उन लोगों के सैंपल भी लिए जाएं जो मरीज के संपर्क में रहे हैं.
इसी के चलते थोड़े दिन जरूर पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ सकती है. उन्होंने बताया कि अभी लोगों को और थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है. जब पॉजिटिव मरीजों की पूरी चेन टूट जाएगी, उस समय फिर कोरोना का ग्राफ धीरे-धीरे नीचे आ जाएगा.
अस्पतालों पर प्रेशन नहीं
कोरोना स्पेशलिस्ट डॉक्टर रौनक एलची के मुताबिक अभी जो भी कोरोना पाजिटिव मामले सामने आ रहे हैं, उनमें अधिकांश लोगों के सफर से लौटने पर संक्रमित होने की बात सामने आ रही है. मतलब साफ है कि ट्रैवल हिस्ट्री की वजह से वायरस तेजी से फैला है. डॉक्टरों के मुताबिक अभी अधिकांश मरीजों की हालत खतरे से बाहर है. मरीज होम आइसोलेशन पर ही ठीक हो रहे हैं. इससे अस्पतालों पर अधिक प्रेशर नहीं है.
मंदसौर, नीमच, रतलाम में ग्राफ बड़ा
कोरोना के मामले उज्जैन संभाग के मंदसौर, नीमच, रतलाम में भी तेजी से बढ़ रहे हैं. एहतियात के तौर पर राजस्थान की सीमा पर भी निगाह रखी जा रही है. मंदसौर और नीमच का कुछ इलाका राजस्थान की सीमा से सटा हुआ है.
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