Ujjain News: वीआईपी दर्शन से महाकाल मंदिर की आय में इजाफा, जानिए आंकड़ा
Ujjain News: भगवान महाकाल के दरबार में वीआईपी बनना आसान नहीं है. वीआईपी दर्शन के लिए महाकाल मंदिर समिति प्रत्येक व्यक्ति से 100 रुपए ले रही है. इससे मंदिर की आय प्रतिदिन लगभग एक लाख रुपए बढ़ गई है.
Ujjain News: वैसे तो भगवान के दरबार में आम और खास सब बराबर होते हैं लेकिन भगवान महाकाल के दरबार में वीआईपी बनना आसान नहीं है. यहां पर वीआईपी की जेब भी ढीली हो जाती है. वीआईपी दर्शन के लिए महाकाल मंदिर समिति प्रत्येक व्यक्ति से 100 रुपए ले रही है. इससे मंदिर की आय प्रतिदिन लगभग एक लाख रुपए बढ़ गई है. उज्जैन कलेक्टर और महाकाल मंदिर समिति अध्यक्ष आशीष सिंह के पास पूर्व में लगातार शिकायतें पहुंच रही थीं कि लोग गलत तरीके से वीआईपी दर्शन का उपयोग कर रहे हैं. इसके अलावा महाकाल मंदिर में प्रोटोकॉल की व्यवस्था भी बड़े पैमाने पर करनी पड़ रही है.
महाकालेश्वर मंदिर की प्रबंध समिति ने बैठक के दौरान फैसला लिया कि महाकाल मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं से प्रोटोकॉल व्यवस्था लेने पर प्रति व्यक्ति 100 रुपए की रसीद काटी जाएगी. इसके अलावा भस्म आरती में दर्शन शामिल होने के लिए वीआईपी को 200 रुपए की रसीद कटवाना पड़ेगी. नई व्यवस्था लागू होने के बाद अब महाकाल मंदिर समिति को रोजाना 80 हजार से 1 लाख की आय बढ़ गई है. महाकाल मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि शनिवार और रविवार को लगभग 1 लाख की आय बढ़ जाती है, जबकि आम दिनों में 80 हजार का इजाफा हुआ है.
VIP काउंटर महाकाल मंदिर परिसर में शिफ्ट
पूर्व में महाकाल मंदिर दर्शन व्यवस्था का वीआईपी काउंटर नीलगंगा पर था. सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि अभी से सुविधा के अनुरूप महाकाल मंदिर परिसर में शिफ्ट कर दिया गया है, जिससे वीआईपी दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को दूर नहीं जाना पड़ेगा. सहायक प्रशिक्षक के मुताबिक महाकालेश्वर मंदिर में कोविड-19 के बाद से फिलहाल 1000 श्रद्धालुओं को प्रतिदिन भस्म आरती में शामिल होने की अनुमति है. हालांकि आने वाले दिनों में 1500 श्रद्धालुओं को इजाजत दी जाएगी. इसे लेकर महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर आशीष सिंह को प्रस्ताव भेजा गया है.
नई व्यवस्था से मंदिर समित की आय में वृद्धि
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर में आम श्रद्धालुओं को निशुल्क दर्शन की व्यवस्था है. इसके अलावा भस्म आरती में भी निशुल्क शामिल हो सकते हैं लेकिन अगर किसी श्रद्धालुओं को शीघ्र दर्शन और वीआईपी प्रोटोकॉल चाहिए तो उसे रसीद कटवानी होती है. इस व्यवस्था से मंदिर समिति की आय बढ़ने के साथ-साथ व्यवस्था का संचालन करने में भी काफी सुविधा हो गई है. उन्होंने बताया कि आम श्रद्धालु शीघ्र दर्शन की ढाई ₹250 की रसीद लेकर भी वीआईपी दर्शन सुविधा का लाभ ले सकते है.
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