Omkareshwar Temple: तिरुपति बालाजी मंदिर में नित्य भोग प्रसाद में चर्बी मिलने की घटना के बाद अब अन्य मंदिर संस्थान भी अलर्ट हो गए हैं. खंडवा जिले के ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर मंदिर में भी बनने वाले प्रसाद की शुद्धता की जांच पड़ताल लैब में की जा रही है. इसके लिए खाद्य विभाग की टीम ने लड्डू के सैंपल लिए हैं. 


जिला खाद्य एवं औषधीय अधिकारी संजीव मिश्रा ने बताया कि ओंकारेश्वर स्थित जो तीर्थ स्थल है वहां पर प्रसाद के रूप में लड्डू तैयार किए जाते हैं. वहां पर गहन जांच पड़ताल की गई थी. जांच में पाया गया कि ये लड्डू ब्रांडेड घी से तैयार किए जाते हैं. वहीं अन्य खाद्य सामग्री लड्डू के अंदर जो इस्तेमाल में लाई जाती है और जो भोजन शाला में लोगों को भोजन कराया जा रहा है. सब मिलाकर वहां से कुल 6 नमूने संग्रहित किए गए हैं. जिन्हें राज्य खाद्य प्रयोगशाला में भेजा गया है. 


वहीं संजीव मिश्रा ने बताया कि ज्योतिर्लिंग मंदिर परिसर में मुख्यतः लड्डुओं को प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है, जिनमें मूंग के लड्डू, बेसन के लड्डू रहते हैं. वही मंदिर में चढाने के लिए लोगों को विक्रय भी किए जाते हैं. इसी संदर्भ में वहां बेसन से लेकर अन्य मिलने वाली लड्डुओं को तैयार करने वाली खाद्य सामग्री को जांच के लिए भेजा गया है.


घी के भी नमूने वहां से संग्रहित किए गए हैं और इसके अलावा भी यहां पर जो हमारे धार्मिक स्थल हैं जिनमें दादाजी धाम हैं, वहां भी निगरानी रखी जा रही है और खाद्य पदार्थों की सतत जांच जारी है.


ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर में ओंकार प्रसादालय में प्रतिदिन कि्वंटल से लड्डू बनाने का कार्य चल रहा है. तिरुपति बालाजी में हुई घटना के बाद एसडीएम शिवम प्रजापति के निर्देश के तहत घी का सैंपल खाद विभाग द्वारा लिया गया है. खाद्य विभाग ने अब तक तक गुणवत्ता की जांच नहीं की थी लेकिन ब्रांडेड कंपनी की सामग्री से लड्डू प्रसाद बनाए जा रहे थे जिसके सैंपल जांच के लिए लैब में भेजे गए हैं.


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