Bharat Jodo Yatra in MP: क्या BJP के गढ़ में पैदल चलेंगे कांग्रेस नेता राहुल गांधी? जानिए-क्या है इस मांग के पीछे की वजह
Ujjain News: भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से Rahul Gandhi को पैदल चलाकर कांग्रेस यहां अपना जनाधार मजबूत करना चाहती है, ताकि साल 2023 में शहर की सीटों पर पार्टी अपना दम दिखा सके.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) को लेकर कांग्रेस उत्साहित है, उसके कार्यकर्ता और नेता एक मांग जोरों से उठा रहे हैं. उनकी मांग है कि भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन (Ujjain) में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को कम से कम 4 से 5 किलोमीटर पैदल चलना चाहिए. अभी तक उज्जैन शहर में राहुल गांधी की यात्रा दोपहिया वाहन से ही तय है. राहुल गांधी ने इंदौर में अपना रंग जमा दिया है. अब उनकी भारत जोड़ो यात्रा सांवेर के लिए प्रस्थान करेगी. भारत जोड़ो यात्रा मंगलवार सुबह सांवेर से निकलकर उज्जैन के निनोरा पहुंचेगी.
कांग्रेस नेता और भारत जोड़ो यात्रा के समन्वयक कुलदीप इंदौरा के मुताबिक निनोरा से राहुल गांधी चार पहिया वाहन पर सवार होकर भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचेंगे. महाकालेश्वर मंदिर से वे वाहन से सीधे सभा स्थल जाएंगे, जहां आम सभा को संबोधित करेंगे. मध्य प्रदेश में एकमात्र आमसभा धार्मिक नगरी उज्जैन में हो रही है. यहां पर आम सभा को संबोधित करने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आगर रोड पर स्थित निजी महाविद्यालय पर पहुंचेंगे. उनकी यह यात्रा भी चार पहिया वाहन से ही तय है.
कुलदीप इंदौरा ने यह भी बताया कि कांग्रेस के कार्यकर्ता और कुछ नेताओं की ओर से यह डिमांड आ रही है कि राहुल गांधी को उज्जैन में कुछ किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी चाहिए. अभी तक पैदल यात्रा को लेकर कुछ भी तय नहीं हुआ है, लेकिन जो कार्यक्रम आया है उसके मुताबिक राहुल गांधी चार पहिया वाहन से ही निजी महाविद्यालय तक पहुंचेंगे. 30 नवंबर को उनका एमपी में कोई कार्यक्रम नहीं है, मतलब साफ है कि 30 नवंबर को राहुल गांधी गुजरात जाएंगे. 30 नवंबर के बाद वे 1 दिसंबर को फिर से उज्जैन से अपनी यात्रा आगर मालवा जिले के लिए तय करेंगे.
क्यों राहुल को पैदल चलाना चाहते हैं कांग्रेस नेता?
साल 2023 में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होना है. ऐसे में राहुल गांधी की यात्रा को विधानसभा चुनाव के पहले की तैयारियों में काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. अभी तक कांग्रेस द्वारा इस यात्रा को गैर राजनीतिक बताया जा रहा है, मगर यात्रा का जिस प्रकार से स्वरूप दिया गया है उससे हर वर्ग को यात्रा के माध्यम से कांग्रेस से जोड़ने की कोशिश की जा रही है. भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हो रही सभा और दिए जा रहे बयान को लेकर भी राजनीति गर्मा रही है.
धार्मिक नगरी उज्जैन में राहुल गांधी को कुछ किलोमीटर की पैदल यात्रा कराने की मांग उठ रही है. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि उज्जैन जिले में 7 विधानसभा में से 3 सीट अभी कांग्रेस के पास है जबकि पिछले कई दशक से उज्जैन शहर की उत्तर और दक्षिण विधानसभा सीट बीजेपी का पास है. भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से राहुल गांधी को पैदल चलाकर कांग्रेस यहां अपना जनाधार मजबूत करना चाहती है, ताकि साल 2023 में शहर की सीटों पर पार्टी अपना दम दिखा सके. इसके अलावा कांग्रेस के प्रमुख दावेदार भी अपनी ताकत दिखाने के लिए राहुल गांधी को शहरी क्षेत्र में पैदल यात्रा करवाना चाहते हैं.