उज्जैन (Ujjain) की बेटी ने मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 12वीं की परीक्षा में सातवां स्थान हासिल कर जिले का नाम रोशन किया है. पिता ने टेंट हाउस पर पसीना बहाकर बेटी को उत्कृष्ट विद्यालय में पढ़ाई करवाई. बेटी ने भी पिता के पसीने का हक अदा किया. उसकी इस सफलता की सभी तारीफ कर रहे हैं. हायर सेकेंडरी की परीक्षा में उज्जैन की इशिता चौधरी ने 500 में से 485 अंक हासिल कर मध्य प्रदेश के टॉप टेन में अपना नाम शामिल करवाया है.
आर्थिक स्थिति कमजोर
इशिता चौधरी ने बताया कि उनके पिता कैलाश चौधरी उज्जैन के टेंट हाउस पर नौकरी करते हैं, जबकि उनकी माता गृहणी हैं. इशिता तीन भाई बहनों में दूसरे नंबर पर है. वह उज्जैन के मूल्लापुरा इलाके में रहती है. आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से कक्षा दसवीं के बाद से ही वह उत्कृष्ट विद्यालय में पढ़ाई कर रही हैं. उत्कृष्ट विद्यालय की इस छात्रा का टैलेंट देखते हुए कोचिंग क्लास संचालकों ने भी उसे मुफ्त में पढ़ाया.
शिक्षक ने क्या बताया
इशिता को पढ़ाने वाले शिक्षक योगेंद्र पोरवाल बताते हैं कि वह पढ़ने में काफी होशियार हैं और आगे चलकर देश का नाम रोशन करेगी. उन्होंने यह भी कहा कि इशिता की आर्थिक स्थिति कमजोर है. यह आर्थिक स्थिति पढ़ाई में बाधा न बने इसके लिए सरकार को कुछ कदम उठाने चाहिए.
हाई स्कूल में मिले थे 99%
छात्रा इशिता चौधरी ने केवल हायर सेकेंडरी में ही नहीं बल्कि हाई स्कूल में भी उज्जैन का नाम रोशन किया था. हाई स्कूल की परीक्षा में उसने 99% अंक हासिल कर सभी को चौंका दिया था. वह आगे चलकर बीटेक की पढ़ाई करना चाहती है जबकि परिवार वाले उसे भारतीय प्रशासनिक सेवा में अधिकारी देखना चाहते हैं. छात्रा ने बताया कि वह दोनों सपने को पूरा करना चाहती है.
8 घंटे पढ़ाई
उसने बताया कि उसने प्रतिदिन 4 से 8 घंटे तक पढ़ाई की. उसने दूसरे विद्यार्थियों को यह संदेश दिया कि जो विद्यार्थी तुरंत याद कर लेते हैं उन्हें 3 से 4 घंटे प्रतिदिन पढ़ना ही काफी है जबकि जो विद्यार्थी किसी भी सवाल को समझने में वक्त लगाते हैं उन्हें 8 घंटे तक प्रतिदिन पढ़ाई कर अच्छी सफलता हासिल हो सकती है.