Mahakal Temple Ujjain: कोरोना महामारी की वजह से पिछले 21 महीनों से शिव भक्त शिवलिंग को स्पर्श करके पूजा अर्चना नहीं कर पा रहे थे. मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने नई गाइडलाइन जारी की है. अब 6 दिसंबर से मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश शुरू हो जाएगा. धार्मिक नगरी उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए 6 दिसंबर से महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर मुहर लगा दी है.
सप्ताह में तीन दिन अनुमति नहीं
हालांकि सप्ताह में 3 दिन तक गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति नहीं रहेगी. उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में मार्च 2020 के पहले श्रद्धालुओं को गर्भगृह में प्रवेश कर शिवलिंग पर दूध, जल आदि चढ़ाने की अनुमति थी. कोरोना के चलते पिछले 21 महीनों से गर्भगृह में प्रवेश बंद कर दिया गया था.
प्रतिबंध हटाए जा रहे
आम श्रद्धालुओं के साथ साथ वीआईपी भी गर्भगृह में प्रवेश नहीं कर पा रहे थे. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई वीआईपी नंदीहाल से ही दर्शन कर लौट चुके हैं. मध्य प्रदेश सरकार द्वारा कुछ दिनों पहले कोरोना के प्रतिबंधों को हटा दिया गया है, जिसके बाद महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने बैठक कर धीरे-धीरे मंदिर में लगाए गए प्रतिबंधों को हटाना भी शुरू कर दिया गया.
6 दिसंबर से प्रवेश
सबसे पहले भस्म आरती में आम श्रद्धालुओं की संख्या को बढ़ाया गया. इसके बाद अब 6 दिसंबर से महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में भी आम श्रद्धालुओं को प्रवेश मिलेगा. उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि फिलहाल पहले की तरह शनिवार, रविवार और सोमवार को गर्भगृह में श्रद्धालुओं का प्रवेश निषेध रहेगा. इसके अलावा आम दिनों में सामान्य दर्शनार्थी पूर्व की तरह गर्भगृह में प्रवेश कर पूजा अर्चना कर सकेंगे.
शीघ्र दर्शन का टिकट 250 रूपए
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि पहले की तरह जल्दी दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को ढाई सौ रुपए का टिकट लेना होगा. इसके अलावा भस्म आरती बुकिंग के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही व्यवस्थाएं चालू कर दी गई हैं. इसके अतिरिक्त शीघ्र दर्शन को लेकर भी श्रद्धालु ऑनलाइन टिकट बुक करा सकते हैं.
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