Ujjain: महाकाल मंदिर परिसर को 'जीरो वेस्ट' क्षेत्र बनाने की कवायद शुरू, निकलता है रोजाना 5 क्विंटल कचरा
Mahakaleshwar Mandir: महाकाल मंदिर में हर रोज 4 क्विंटल फूल अर्पित किए जाते हैं. वहीं दर्शनार्थी भी रोजाना यहां कचरा छोड़ते हैं. ऐसे में कुल मिलाकर लगभग 5 क्विंटल से ज्यादा कचरा यहां निकलता है.
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Ujjain Mahakal Mandir: मध्य प्रदेश की महाकाल नगरी उज्जैन की देश और दुनिया में धार्मिक नगरी के तौर पर पहचान है. उज्जैन में अभी हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने महाकाल लोक का लोकार्पण किया था. महाकाल लोक की छटा ही निराली है. इसके ऊपर मंदिर परिसर को 'जीरो वेस्ट' क्षेत्र में बदलने की कवायद शुरू हो गई है.
कचरे को रीसाइकिल कर होगा ये काम
महाकाल मंदिर परिसर को जीरो वेस्ट क्षेत्र में बदलने के लिए चल रही कोशिशों के क्रम में बताया गया है कि मंदिर से निकलने वाले कचरे को आधुनिक तकनीक से रीसाइकिल किया जाएगा और इससे बनने वाली खाद से महाकाल लोक का बगीचा हरा-भरा किया जाना है.
सिंगल यूज प्लास्टिक को किया गया बैन
आधिकारिक तौर पर मिली जानकारी के अनुसार, मंदिर के आसपास की दुकानों पर सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है. इसके साथ ही मंदिर से निकलने वाले गीले और सूखे कचरे को रीसाइकिल करने के मकसद से संयंत्र लगाया जाएगा. इसी संयंत्र से कचरे को खाद में बदला जाएगा.
मालूम हो, पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक का लोकार्पण किया था. उसके बाद से यहां आने वाले दर्शनार्थियों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है. इसके चलते यहां की साफ-सफाई दुरुस्त रखना एक चुनौती बन गया है. लिहाजा यहां निकलने वाले कचरे को अब रीसाइकिल किया जाना है और इसकी तैयारी भी चल रही है.
महाकाल को चढ़ते हैं रोजाना 4 क्विंटल फूल
महाकाल मंदिर में हर रोज चार क्विंटल फूलों का अर्पण होता है. वहीं आने-जाने वाले दर्शनार्थी कचरा छोड़ते हैं और कुल मिलाकर लगभग पांच क्विंटल से ज्यादा कचरा यहां निकलता है.
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