Mahakal Temple Bhasma Aarti: भस्म आरती में आग लगने की घटना के बाद महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या में थोड़ी कमी देखने को मिल रही है. जिला प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है. महाकालेश्वर मंदिर में अब नियमों को लेकर और भी सख्त रवैया अपनाया जा रहा है. इसके अलावा, मामले की जांच शुरू होने के बाद कुछ लोगों पर गाज गिरना तय मानी जा रही है.
उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर देश भर के करोड़ों शिव भक्तों के आस्था का केंद्र माना जाता है. भस्म आरती में आग लगने की घटना से श्रद्धालुओं को भी काफी दुख पहुंचा है. महाकालेश्वर मंदिर मे फिलहाल श्रद्धालुओं की संख्या में भी कमी आई है.
महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक संदीप सोनी का कहना है कि पहले भी नियमों को सख्त रखा गया था मगर त्योहारों की वजह से थोड़ी ढिलाई देखने को मिल रही थी. अब भस्म आरती में हुई आगजनी की घटना के बाद नियमों का सख्ती से पालन कराया जा रहा है. प्रशासक सोनी का यह भी कहना है कि इस घटना के बावजूद मंदिर में दर्शन को एक पल के लिए भी बंद नहीं किया गया.
महाकाल मंदिर में आगजानी की जांच शुरू
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में आगजनी की घटना को लेकर टीम ने जांच शुरू कर दी है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच कराई जा रही है. इस जांच रिपोर्ट के जिला प्रशासन के पास पहुंच जाने के बाद दोषी के खिलाफ कार्रवाई भी होगी.
सीसीटीवी कैमरे के फुटेज भी किए जब्त
महाकालेश्वर मंदिर में सभी जगह हाई डेफिनेशन कैमरे लगाए गए है. इन कैमरा के फुटेज भी जब्त किए गए हैं. बताया जाता है की होली की सुबह भस्म आरती के दौरान श्रद्धालुओं और पंडित और पुरोहितों द्वारा इतनी बड़ी संख्या में एकत्रित होकर गुलाल उड़ाई जा रही थी कि कैमरे के के फुटेज में भी सभी जगह रंग ही रंग दिखाई दे रहा है.
यह भी पढ़ें: Dhar Bhojshala: हनुमान चालीसा के बीच धार भोजशाला का सर्वे, पांच दिनों में ASI की टीम ने अब तक क्या किया?