भस्म आरती के बाद अब शयन आरती के नाम पर भी धोखाधड़ी? महाकाल मंदिर के गार्ड सहित 2 गिरफ्तार
Mahakal Temple News: महाकालेश्वर मंदिर की भस्म आरती विश्व भर के शिव भक्तों के आकर्षण का केंद्र रहती है. भस्म आरती में अनुमति नहीं मिलने पर श्रद्धालु शयन कालीन आरती में ही शामिल होने पहुंचते हैं.
Ujjain Mahakaleshwar Temple: मध्य प्रदेश में उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ अब भस्म आरती के अलावा शयन आरती में भी शामिल होने के लिए ठगी की वारदात को अंजाम दिया जा रहा है. खास बात यह है कि इस बार महाकालेश्वर मंदिर के कर्मचारी और सुरक्षा कर्मी पर गंभीर आरोप लगा है. इस मामले में महाकाल थाना पुलिस ने धोखाधड़ी की धाराओं में दो लोगों को गिरफ्तार कर कोर्ट के सामने पेश किया है.
महाकाल थाना प्रभारी अजय वर्मा ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर समिति और छत्तीसगढ़ की रहने वाली श्रद्धालु तुलेश्वरी की ओर से शिकायत मिली थी कि वह दर्शन करने के लिए महाकालेश्वर मंदिर पहुंचीं थी. महिला श्रद्धालुओं को शयन कालीन आरती में शामिल होना था. इसके लिए मंदिर के कर्मचारी सुनील शर्मा ने 1000 रुपये की राशि मांगी.
महाकाल मंदिर में शयन आरती के नाम पर ठगी!
जानकारी के मुताबिक शयन कालीन आरती में शामिल होने के लिए महिला श्रद्धालु राशि देने को तैयार हो गई. इसके बाद सुनील शर्मा ने 500 रुपये अपने खाते में ऑनलाइन डलवा लिए. इसके अलावा क्रिस्टल सुरक्षा एजेंसी के कर्मचारी पंकज कारपेंटर को नगद 500 रुपये की राशि दिलवा दी. इसके बाद जब महिला शयन आरती में शामिल होने पहुंची तो उसे आरती के दौरान बाहर कर दिया गया.
पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया
इसी बात से दुखी होकर महिला श्रद्धालु ने अपने परिवार वालों को पूरी घटना के बारे में जानकारी दी, जिसके बाद यह मामला महाकाल मंदिर समिति के साथ-साथ महाकाल थाने पहुंच गया. पुलिस ने धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों को मंगलवार (2 अप्रैल) को पुलिस ने अदालत के सामने पेश किया.
भस्म आरती का है खास महत्व
ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर की भस्म आरती विश्व भर के शिव भक्तों के आकर्षण का केंद्र रहती है. भस्म आरती में अनुमति नहीं मिलने पर श्रद्धालु शयन कालीन आरती में ही शामिल होने पहुंच जाते हैं. वैसे तो महाकालेश्वर मंदिर में प्रातः कालीन, भोग, संध्याकालीन आरती भी होती है, मगर सुबह ब्रह्म मुहूर्त में होने वाली भस्म आरती और भगवान महाकाल के रात्रि विश्राम से पहले होने वाली शयन आरती की भव्यता अलग ही रहती है.
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