Ujjain Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि के मौके पर उज्जैन के महाकाल मंदिर में पिछले कई दिनों से उत्सव का माहौल है. उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा का खास ख्याल रखा जा रहा है. महाशिवरात्रि पर जिला प्रशासन की ओर से कई सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं. इनमें हेल्प डेस्क, पेयजल, चलित शौचालय, मेडिकल समेत कई और सुविधाएं सम्मिलित की गई हैं. जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और महाकाल मंदिर समिति ने एक साथ मिलकर प्लान तैयार किया है.


महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष और उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि महाशिवरात्रि के अवसर पर महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं को आसानी से दर्शन हो सके, इसके लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही है. बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थित यातायात, पार्किंग की भी व्यवस्था की जा रही हैं. मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए जगह-जगह हेल्प डेस्क, पेयजल, चलित शौचालय, मेडिकल सुविधा इत्यादि की भी व्यवस्था रहेगी.


उज्जैन में अलग-अलग जगहों पर पार्किंग की व्यवस्था


महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर बेहतर व्यवस्था के लिए तैयारियां सुनिश्चित की गई हैं. उन्होंने बताया कि इंदौर और देवास से आने वाले वाहनों के लिए अलग-अलग जगहों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है, जिसमें सबसे पहले कर्कराज पार्किंग, उसके बाद मेघदूत पार्किंग, इंजीनियरिंग ग्राउंड, शांति धाम और तपोभूमि में भी पार्किंग व्यवस्था की जाएगी. बड़नगर की तरफ से आने वाली गाड़ियों के लिए कार्तिक मेला स्थल पर पार्किंग रहेगी. उन्होंने बताया कि इस दौरान पर्याप्त संख्या में बसें नि:शुल्क चलाई जाएंगी, जिससे श्रद्धालुओं को मंदिर के पास तक आने और जाने की सुविधा रहेगी. 


रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर हेल्प डेस्क


अधिकारियों ने बताया कि रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर 24 घंटे राउंड द क्लॉक हेल्प डेस्क स्थापित किए जाएंगे. मंदिर परिसर सहित लगभग विभिन्न स्थानों पर 25 हेल्थ डेस्क लगाए जाएंगे, जिसमें लगभग तीन लोग काम करेंगे. यहां पर आगुंतक किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे. जगह-जगह डिस्प्ले बोर्ड भी लगाए जा रहे हैं. 


श्रद्धालुओं को चलित भस्म आरती के दर्शन


महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि महाशिवरात्रि के दौरान चलित भस्म आरती की जाएगी. लगभग 2 किलोमीटर के अंदर ही श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश और दर्शन और भ्रमण कर प्रस्थान कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में लगभग हर ढाई सौ मीटर पर पानी की व्यवस्था, 300 से 400 मीटर पर चलित शौचालय की व्यवस्था रहेगी.  


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