Government Medical College in Ujjain: धार्मिक नगरी उज्जैन में अब शासकीय मेडिकल कॉलेज भी कुछ वर्षों में तैयार हो जाएगा. मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए भूमि आवंटन हो चुका है. केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से प्रक्रिया शुरू हो गई है. हालांकि नियम अनुसार अभी भवन निर्माण के लिए थोड़ा वक्त और लगेगा. उज्जैन में पिछले दो दशक से मेडिकल कॉलेज की मांग उठ रही थी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट की बैठक में मांग को मंजूर कर लिया. मेडिकल कॉलेज के लिए भूमि का चयन हो चुका है. कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि नरेश जिनिंग की भूमि पर मेडिकल कॉलेज बनाया जाएगा. भूमि का आवंटन हो चुका है और अब दस्तावेजी प्रक्रिया जारी है.


उज्जैन को सरकारी मेडिकल कॉलेज की सौगात


मेडिकल कॉलेज के लिए केंद्र और राज्य दोनों सरकार की अलग-अलग अनुमति के साथ साथ आवश्यक दस्तावेज की प्रक्रिया भी चल रही है. कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक नरेश जिनिंग की भूमि पर वर्षों से माफिया का कब्जा था. अवैध कब्जे को प्रशासन ने कुछ महीने पहले हटवा दिया है. शहर के बीचोबीच स्थित जमीन की कीमत करोड़ों रुपए में है. उज्जैन में मेडिकल कॉलेज बनने से पूरे संभाग के लोगों को लाभ मिलेगा. उज्जैन के शासकीय अस्पताल और चरक भवन में लगभग साढ़े चार सौ बेड हैं.


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3 वर्षों में कॉलेज का भवन बन कर होगा तैयार


मेडिकल कॉलेज के लिए 450 बेड का अस्पताल पर्याप्त है. उज्जैन में मेडिकल कॉलेज खुलने से रोजगार के साधन भी बढ़ेंगे. इसके अलावा स्थानीय छात्रों को बाहर भी नहीं जाना पड़ेगा. फिलहाल उज्जैन में एक निजी मेडिकल कॉलेज है. उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद भवन निर्माण की टेंडर प्रक्रिया जारी होगी. उम्मीद है 3 वर्षों में मेडिकल कॉलेज का भवन बन कर तैयार हो जाएगा. कलेक्टर के मुताबिक सिंहस्थ महापर्व के पहले मेडिकल कॉलेज शुरू हो जाएगा. 


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