Ujjain Crime News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की धार्मिक राजधानी उज्जैन (Ujjain) में एक शराबी ने परिवार के साथ खूनी होली खेली. जहां उसने अपने दो बच्चों की हत्या करने के बाद पत्नी को भी मौत के घाट उतार दिया. तीन लोगों की हत्या की करने के बाद शराबी ने खुद आत्महत्या कर ली. इस दौरान दो बच्चे हत्यारे के चंगुल से बचकर भाग निकले, इस घटना की खबर फैलते ही इलाके में अफरा तफरी मच गई. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. 


उज्जैन जिले के बड़नगर थाना क्षेत्र के ग्राम बालोदा अलसी में रहने वाले दिलीप सिंह पवार द्वारा शराब के नशे में कुत्ते के बच्चे को पीटा जा रहा था. इस बात को लेकर परिवार के सदस्यों ने एतराज जताया. इस बात से दिलीप कुमार इतना नाराज हुआ कि उसके सिर पर खून सवार हो गया. बडनगर थाना प्रभारी बीडीएस तोमर ने बताया कि दिलीप ने तलवार निकालकर पत्नी गंगाबाई पर कई वार किए. इस दौरान बड़ी बेटी नेहा बचाने के लिए आई तो उस पर भी दिलीप तलवार लेकर टूट पड़ा. घर में लड़ाई होते हुए देखकर बेटे योगेंद्र, अभेंद्र और बुलबुल ने शराबी पिता को रोकने की कोशिश की, तो दिलीप ने उन पर भी तलवार हमला कर दिया. इस घटना में नेहा, योगेंद्र, गंगाबाई की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अभेंद्र और बुलबुल मौके से भाग निकले. 


आरोपी ने गला रेत कर ली खुदकुशी


इस हत्याकांड को लेकर बडनगर थाना प्रभारी बीडीएस तोमर ने बताया कि आरोपी दिलीप सिंह चौहान ने सबसे पहले पत्नी, बेटी और बेटे की हत्या की. इस हमले में बीच बचाव के दौरान बुलबुल और उसका भाई अभेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गये. उन्हें उपचार के लिए शासकीय चिकित्सालय बड़नगर में दाखिल कराया गया है. इस घटना के बाद दिलीप सिंह ने खुद का गला रेत कर खुदकुशी कर ली. 


पुलिस अधिकारियों का भी दिल पसीज गया


इस घटना की सूचना गांव के कोटवार ने पूलिस को दी. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक आरोपी दिलीप सिंह ने अपने दोनों छोटे बच्चों पर तलवार से एक के बाद एक की वार किये, जिससे वे घायल हो गये और उनके शरीर से पूरा खून बह गया. आरोपी ने दुर्दांत तरीके से वारदात को अंजाम दिया. इस घटना से पूरे गांव में शोक और दहशत का माहौल है. 


ये भी पढ़ें: MP News: धीरेंद्र शास्त्री के बाद अब पंडोखर सरकार ने कराई लोगों की 'घर वापसी', तीन लोगों का कराया धर्म परिवर्तन