MP News: उत्तर प्रदेश से शुरू हुआ नेमप्लेट का विवाद अब धार्मिक नगरी उज्जैन भी पहुंच गया. दुकानों पर नेमप्लेट की खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने नगर निगम ने सफाई दी है. नगर निगम का कहना है कि खबर बेबुनियाद और मनगढ़ंत है. नगर निगम ने दुकानों के आगे नाम लिखने का आदेश नहीं जारी किया है. रविवार को सोशल मीडिया पर दावा किया गया था कि नगर निगम की तरफ से दुकानों के आगे नाम, मोबाइल नंबर लिखने का आदेश जारी किया गया है.


नाम और नंबर नहीं लिखवाने वाले दुकानों को जुर्माना भरना होगा. अब नगर निगम ने सफाई देते हुए कहा है कि दुकानों के आगे नाम और नंबर लिखवाने का दावा फर्जी है. नगर निगम प्रशासन की तरफ से आदेश जारी नहीं किया गया है. नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि नेमप्लेट लिखवाने का आदेश जारी नहीं किया गया है. आदेश का पालन नहीं करने वाले दुकानदारों से जुर्माना वसूले जाने का दावा भी बेबुनियाद है. नगर निगम की तरफ से आदेश का पालन नहीं कराया जा रहा है. बता दें कि सोशल मीडिया पर खबर फैलने के बाद व्यापारियों में हड़कंप मच गया था.




नगर निगम की सफाई के बाद व्यापारियों ने राहत की ली सांस


अब नगर निगम की तरफ से सफाई आने पर व्यापारियों ने राहत की सांस ली है. व्यापारी कृष्णकांत गुप्ता ने बताया कि अचानक नाम और नंबर लिखवाने का फैसला होने की बात सामने आई थी. कहा गया था कि आदेश का पालन नहीं करने पर नगर निगम की ओर से हजारों रुपये का जुर्माना भी हो सकता है. जुर्माने के आदेश से व्यापारियों में डर का माहौल बन गया था. नगर निगम की ओर से खंडन जारी कर स्पष्ट कर दिया गया है यदि इस प्रकार का कोई भी आदेश भविष्य में जारी होता है तो ऐसी स्थिति में व्यापारियों को पहले से सूचित किया जायेगा.


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