Ujjain News: उज्जैन में कृषि विभाग ने फसल बीमा कराने की अंतिम तारीख तय कर दी है. किसानों से आग्रह किया जा रहा है कि अंतिम तारीख का इंतजार न करते हुए तुरंत बीमा करा लें ताकि उनकी फसल सुरक्षित हो सके. उप संचालक कृषि आरपीएस नायक ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत जिले में रबी सीजन 2021-22 का फसल बीमा होना शुरू हो गया है. बीमा कराने की अंतिम तारीख 31 दिसम्बर है.


Punjab में आधी से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी BJP, पर कौन होगा गठबंधन से CM का चेहरा? जानें


ऋणी एवं अऋणी दोनों किसान करा सकतें है फसल का बीमा


फसल बीमा के तहत ऋणी एवं अऋणी दोनों प्रकार के किसान अपनी फसल का बीमा करा सकते हैं, जिसकी प्रीमियम 705 रुपये प्रति हेक्टेयर गेहूं और चना की फसल के लिए है. जिले के सभी किसानों को इस योजना का अधिक से अधिक लाभ मिले, इसी उद्देश्य से शासन ने फसल बीमा के तीन प्रचार वाहनों को सभी गांवों में घुमा र रहा है. शासन की मंशा किसानों को फसल बीमा कराने के लिए प्र‍ेरित करना है. किसानों से निवेदन है कि संबंधित बैंकों में जाकर जल्द से जल्द फसल का बीमा करायें. 


किसान क्रेडिट कार्ड जिस बैंक से बना है, वहां जाकर फसल बुवाई प्रमाण-पत्र और पटवारी हलके की जानकारी का अद्यतन करायें. अऋणी और डिफाल्टर किसानों से आग्रह है कि बैंक शाखा जैसे सहकारी बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक या राष्ट्रीयकृत बैंक में फार्म जमा करायें, ताकि उनकी फसलों का बीमा योजना के तहत हो सके. फसल बीमा कराने के लिये किसान बीमा प्रस्ताव-पत्र, भू-अधिकार पुस्तिका की फोटोकॉपी, बोवनी का प्रमाण-पत्र, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पेनकार्ड में से कोई एक और बैंक पासबुक की फोटोकॉपी से बैंक में फसल का फसल बीमा करायें. आधार कार्ड अनिवार्य रूप से साथ में बैंक लाना होगा.


किसानों का आरोप प्रीमियम के बावजूद राशि मिलने में अड़चन


कृषि विभाग की तरफ से फसल बीमा तो किया जा रहा है लेकिन फसल बीमा की राशि के लिए उज्जैन संभाग में कई आंदोलन हो चुके हैं. किसानों का आरोप है कि फसल का बीमा करने के लिए प्रीमियम तो ले ली जाती है मगर जब बीमा देने की बारी आती है तो कई प्रकार की अड़चनें पैदा हो जाती हैं. उज्जैन जिले के किसान हाकम सिंह के मुताबिक कई साल पुरानी बीमा राशि भी किसानों को अभी तक नहीं मिल पाई है.