Ujjain News: उज्जैन में शनिचरी अमावस्या के लिए अभी से जिला प्रशासन मुस्तैद, जुटेगी त्रिवेणी घाट पर भीड़
Ujjain News: उज्जैन में 4 दिसंबर को शनिचरी अमावस्या के मौके से त्रिवेणी घाट पर बड़ा स्नान होगा. शनिचरी अमावस्या को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस महकमा तैयारियों में जुट गया है.
Ujjain News: उज्जैन में 4 दिसंबर को शनिचरी अमावस्या के मौके से त्रिवेणी घाट पर बड़ा स्नान होगा. शनिचरी अमावस्या को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस महकमा तैयारियों में जुट गया है. उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने अभी से अफसरों की ड्यूटी भी लगा दी है. दूसरी तरफ पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने सुरक्षा इंतजामों के अलावा बैरिकेडिंग की अभी से रूपरेखा तैयार करने के निर्देश जारी कर दिए हैं. उज्जैन में वैसे तो काफी संख्या में धार्मिक आयोजन होते हैं, मगर भगवान महाकाल की सवारी के बाद शनिचरी अमावस्या को लेकर विशेष इंतजाम किए जाते हैं. इसके पीछे एक दो नहीं बल्कि कई वजहें हैं.
2019 में बदइंतजामी अफसरों को पड़ थी भारी
साल 2019 में शनिचरी अमावस्या के दौरान त्रिवेणी घाट पर अफसरों को बदइंतजामी भारी पड़ गई थी. स्नान के लिए उचित इंतजाम नहीं होने की वजह से कमलनाथ सरकार ने तत्कालीन कलेक्टर मनीष सिंह और कमिश्नर एमबी ओझा को उज्जैन से हटा दिया था. इस कार्रवाई के बाद से शनिचरी अमावस्या पर जिला प्रशासन और पुलिस महकमा और भी व्यापक तैयारियों में जुटा रहता है.
चरण पादुका की लगाई जाती है बोली
उज्जैन में शनिचरी अमावस्या का विशेष महत्व है. त्रिवेणी घाट पर आने वाले श्रद्धालु अपनी चरण पादुका भी छोड़ देते हैं. शनिचरी अमावस्या के दूसरे दिन त्रिवेणी घाट के आसपास चप्पलों के ढेर लग जाते हैं. उसके बाद बकायदा इन चप्पल-जूतों की बोली लगाई जाती है. बोली से मिलनेवाली राशि जिला प्रशासन के खाते में जमा होती है.