Ujjain News: पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) का सालों तक कामकाज संभालने वाले पूर्व विधायक महावीर प्रसाद वशिष्ठ (Mahavir Prasad Vashishth) को उन्हीं के बड़े बेटे ने महाकाल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) से बेदखल कर दिया है. इस मामले में पूर्व विधायक ने अपने ही बेटे पर गंभीर आरोप लगाते हुए कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है. 


खुद कॉलेज के संचालक से पूर्व विधायक 
जानकारी हो कि कांग्रेस में कई पदों पर रह चुके पूर्व विधायक महावीर प्रसाद वशिष्ट की पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से काफी नजदीकियां रही हैं. दिग्विजय सिंह के सीएम कार्यकाल में महावीर प्रसाद वशिष्ट सीएम हाउस में ही रहते थे. पूर्व विधायक ने बताया कि कई साल पहले उन्होंने ही देवास रोड पर एमआईटी कॉलेज की नींव रखी थी. इस कॉलेज के संचालक वे खुद थे. 


पूर्व विधायक ने बेटे पर करोड़ों के गबन का भी लगाया आरोप
पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि उनके बड़े बेटे प्रवीण वशिष्ठ ने उन्हें ही कॉलेज के संचालक मंडल से बेदखल कर दिया है. इसके साथ उनके दोनों बेटों और बहुओं को भी संचालक मंडल से बाहर करते हुए करोड़ों रुपयों का गबन कर लिया है. अब वे इस पूरे मामले में कानूनी कार्रवाई करने जा रहे हैं. जानकारी हो कि वशिष्ट परिवार की राजनीतिक पृष्ठभूमि उज्जैन में है. उनके छोटे बेटे राजेंद्र वशिष्ठ निर्दलीय और कांग्रेस के टिकट से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. 


पीएनबी में फर्जी खाता खुलवा कर किया ट्रांजेक्शन
पूर्व विधायक महावीर प्रसाद वशिष्ट ने यह आरोप भी लगाया कि उनके पुत्र प्रवीण वशिष्ठ के इशारे पर पंजाब नेशनल बैंक में एमआईटी कॉलेज का फर्जी खाता खुलवा कर माला लड्ढा नामक अकाउंट ऑफिसर द्वारा फर्जी तरीके से ट्रांजेक्शन किए जा रहे हैं. इस पूरे मामले में महावीर प्रसाद वशिष्ट ने और भी कई निजी गंभीर आरोप लगाए हैं. ज्ञात हो कि एमआईटी कॉलेज का शुभारंभ पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ही किया था. वे कई बार कॉलेज आ चुके हैं. इस इंजीनियरिंग कॉलेज में हजारों की संख्या में विद्यार्थी हैं.


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