MP News: मध्य प्रदेश की उज्जैन पुलिस को नशे के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने गांजा तस्कर गिरोह के तीन सदस्यों को धर दबोचा. पुलिस ने बताया कि तस्कर ओडिशा से उज्जैन में गांजे की सप्लाई करते थे. तस्करों के कब्जे से लग्जरी गाड़ी भी बरामद की गई है. पुलिस की निगाहों से बचने के लिए गांजा तस्करी में आरोपी लग्जरी गाड़ी का इस्तेमाल करते थे.


एडिशनल एसपी नीतेश भार्गव ने बताया कि मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह को पकड़ने का अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस तस्करों को पकड़ने के लिए सर्चिंग कर रही थी. इसी बीच जानकारी मिली कि ओडिशा से बदमाश उज्जैन जिले के नागदा में गांजे की सप्लाई करने वाले हैं. सूचना के आधार पर वाहनों की चेकिंग शुरू की गयी. चेकिंग के दौरान लग्जरी गाड़ी पर पुलिस को शक हुआ. गाड़ी में तीन लोग सवार थे.


ओडिशा से उज्जैन में हो रही थी तस्करी


पूछताछ के लिए गाड़ी को रोके जाने पर आरोपियों ने पुलिस पर रौब झाड़ने की कोशिश की. आरोपियों ने देव दर्शन की यात्रा पर जाने की बात बताई. गाड़ी की डिक्की चेक करने पर आरोपियों के हौसले पस्त तो हो गए. तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पूछताछ से पता चला कि दो लोग तरुण और आरूप ओडिशा के रहने वाले हैं जबकि तीसरा शख्स अभिषेक नागदा का निवासी है. तलाशी लेने पर लग्जरी कार की डिक्की से 36 किलो गांजा बरामद किया गया. गांजे की कीमत 7 लाख से ज्यादा बताई जा रही है. आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी का मामला दर्ज किया है. 


1 किलो गांजे पर 14 हजार का मुनाफा


भाटपचलाना थाना प्रभारी सत्येंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ के दौरान सनसनीखेज खुलासा हुआ है. आरोपियों ने बताया कि ओडिशा से गांजे की खरीद छह हजार रुपये प्रति किलो के हिसाब से होती थी. मध्य प्रदेश में गांजा बेचकर भारी मुनाफा कमाया जाता था. तस्कर उज्जैन और आसपास के जिलों में 20 हजार रुपये प्रति किलो गांजा बेचते थे. ओडिशा से मध्य प्रदेश में गांजा बेचने पर 14 हजार रुपये का मुनाफा होता था. पुलिस की निगाहों से बचने के लिए आरोपी लग्जरी गाड़ियों का भी इस्तेमाल करते थे. 


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