Ujjain News: थाने में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की कवायद, उज्जैन पुलिस ने उठाया ये बड़ा कदम
Ujjain News: अधिकारियों को उम्मीद है कि फीडबैक सिस्टम से पुलिस थानों पर होनेवाला भ्रष्टाचार रुकेगा. एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने एबीपी न्यूज को बताया कि उज्जैन पुलिस पहले ही हाईटेक हो चुकी है.
Ujjain News: उज्जैन पुलिस ने थाने में होनेवाले भ्रष्टाचार को रोकने के लिए एक नया फीडबैक सिस्टम लागू किया है. इसके तहत शहर के थानों पर रिपोर्ट लिखवाने और विजिटर के रूप में आने वाले लोगों का फीडबैक लिया जाएगा. इस दौरान उनसे अलग अलग सवाल पूछे जाएंगे. व्यवस्था के लिए एक एप्लीकेशन भी लांच की गई है. अधिकारियों को उम्मीद है कि इससे पुलिस थानों पर होनेवाला भ्रष्टाचार रुकेगा. एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने एबीपी न्यूज को बताया कि उज्जैन पुलिस पहले ही हाईटेक हो चुकी है.
थानों में भ्रष्टाचार रोकने के लिए पुलिस की नई कवायद
पुलिस सी-मैप अर्थात क्राइम मैपिंग के जरिए अपराधियों पर नजर रख रही है. इसके लिए शहर के सभी थानों की मोबाइल में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. हाई डेफिनेशन कैमरों के जरिए घटनास्थल पर वारदात को रिकॉर्ड किया जा सकेगा. इसका उपयोग न्यायालय में भी बतौर सबूत पेश किया जा सकेगा. इसके अलावा बीट सिस्टम का और भी विस्तार किया गया है. इसके तहत गुंडे, बदमाशों की पीडीएफ फाइल तैयार करते हुए थानों के अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों को भेजी जा रही है. उन्होंने बताया कि सबसे महत्वपूर्ण l फीडबैक सिस्टम लागू किया गया है, जिसके जरिए पुलिस थाना से प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से संपर्क में आनेवाले लोगों के मोबाइल नंबर पर फोन लगाकर फीडबैक लिया जाएगा. फीडबैक के जरिए अगर रिपोर्ट लिखाने में भ्रष्टाचार की शिकायत आती है, तो उस मामले में जांच के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस सुधार के साथ जनता का विश्वास बढ़ाने की मंशा
पुलिस अधीक्षक कार्यालय में रहनेवाली सेंट्रल टीम प्रारंभिक जानकारी के आधार पर विजिटर्स से प्री-डिजाइन प्रश्नों को टेलीफोन के माध्यम से जानेगी. इसके लिए जीरो से पांच तक मार्क्स दिए जाएंगे. इसके बाद फीडबैक के आधार पर पुलिस सुधार हेतु विभिन्न कदम उठाए जाएंगे. पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने कहा कि राजधानी भोपाल के बाद उज्जैन में फीडबैक सिस्टम लागू किया गया है. एसपी सतेंद्र कुमार शुक्ल के मुताबिक शुरुआती स्तर पर फीडबैक सिस्टम चार थानों में शुरू की गई है. शहरी क्षेत्र के कोतवाली चिमनगंज मंडी और नागझिरी थाना जबकि ग्रामीण इलाके के नागदा थाने को शामिल किया गया है. इस प्रणाली के जरिए पुलिस सुधार के साथ-साथ आम लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास भी बढ़ेगा.