Ujjain News: उज्जैन की सेंट्रल जेल से ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम दिया जा रहा था. इस मामले में कैदी का वीडियो वायरल होने के बाद अब जेल प्रशासन पर कई सवाल खड़े हो गए. राज्य साइबर सेल पहले ही जांच पंजीबद्ध कर एसआईटी गठित कर चुकी है. उज्जैन की केंद्रीय जेल भैरव गढ़ में बंद महाराष्ट्र पुणे के अनंत अमर अग्रवाल नामक बंदी ने जेल के अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप लगाए. वर्तमान में अग्रवाल भोपाल की जेल में बंद है. अनंत अमर अग्रवाल का सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें पूरी घटनाक्रम की जानकारी दे रहा है. वीडियो में उज्जैन जेल के पूर्व पदस्थ जेलर संतोष लड़िया पर गंभीर आरोप लगा रहा है.
सेंट्रल जेल से ऑनलाइन ठगी पर जांच शुरू
मामले में जेलर संतोष लड़िया और दो अन्य अधिकारियों को भोपाल अटैच कर दिया गया है. शिकायत मिलने के बाद राज्य साइबर सेल ने जांच शुरू कर दी है. घटनाक्रम की जांच के लिए एसआईटी भी बन गई है. ठगी के मामले में जेल की हवा खा रहे अनंत अमर अग्रवाल का वीडियो वायरल होने के बाद अधिकारी भी खुले रूप से नहीं बोल रहे हैं. मगर जेल अधिकारियों का इतना जरूर कहना है कि जेल में लैपटॉप, मोबाइल ले जाना जेल मैन्युअल के खिलाफ है. पूर्व में जो घटनाक्रम हुए हैं उसकी जानकारी मीडिया के माध्यम से पहुंच रही है. जेल अधीक्षक उषा राज के मुताबिक मामला उनकी पदस्थापना से पहले का है. उन्होंने एसआईटी को भी जानकारी उपलब्ध करा दी है.
बंदी ने राज्य साइबर सेल को बताया
उज्जैन की जेल में 2 साल तक बंद रहे अनंत अमर अग्रवाल ने शिकायत में राज्य साइबर सेल के सामने खुलासे किए. उसने बताया कि उज्जैन की जेल में पदस्थ जेलर संतोष लड़िया और दो अन्य ने दबाव डालकर उससे ओटीपी के जरिए ऑनलाइन ठगी करवाई है. इसके लिए उसे जेल के भीतर लैपटॉप भी मुहैया कराया गया था. अपनी शिकायत में उसने ये भी कहा कि 2 साल से उसे पैरोल तक नहीं मिली है. ऐसी स्थिति में उसके खाते से ट्रांजैक्शन कैसे हो सकता है? ये ट्रांजैक्शन ऑनलाइन जेल के भीतर से किया गया है. उसने हवाई टिकट से लेकर होटल बिल तक जेल के अंदर से हेराफेरी कर भुगतान किया है.