Mp news: उज्जैन में झमाझम बारिश ने नगर निगम के इंतजामों की पोल खोल दी. बारिश के कारण शहर के एक दर्जन चौराहों पर सड़कें जलमग्न हो गई. इसके अलावा बिजली व्यवस्था पर भी बारिश का साफ तौर पर असर देखने को मिल रहा है. इसके अलावा कांग्रेस की ओर से भी इलेक्शन को लेकर बड़े-बड़े वादे किए गए हैं. पिछले दो दशक में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस दोनों के बोर्ड नगर निगम में रह चुके हैं, लेकिन शहर के लोगों को जल जमाव की समस्या से अभी तक निजात नहीं मिला है.
 
बिजली व्यवस्था भी ठप


सोमवार रात से शुरु हुई बारिश मंगलवार को भी लगातार जारी रही, जिसके बाद उज्जैन के केडी गेट, एटलस चौराहा, जूना सोमवारिया, नई सड़क सहित शहर के एक दर्जन प्रमुख मार्गों पर जलजमाव की स्थिति देखने को मिली. आलम यह था कि शहर की सड़कें ही जलमग्न हो गई. अमर कॉलोनी में रहने वाले राजेश सिंह ने बताया कि पिछले 48 सालों से बारिश के दिनों में ऐसी स्थिति बन जाती है. सड़क और नाली का निर्माण कई बार हो चुका है, मगर बारिश में सड़कें हमेशा डूब जाती है. सड़कों पर जलजमाव की वजह से बिजली व्यवस्था ठप हो जाती है जिस वजह से सुधार कार्य में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.


स्कूली बच्चों के सड़कों पर डूबने का डर


उज्जैन के नीलगंगा चौराहे पर 3 फीट से ऊपर पानी भर गया जिसके बाद स्कूली बच्चे घर तक भी नहीं पहुंच पाए. जयसिंह पुरा में रहने वाली छात्रा निशा ने बताया कि वह बारिश और सड़क पर जलजमाव के कारण 1 घंटे तक घर नहीं पहुंच पाई. उसने परिजनों को बुलवाया जिसके बाद वह घर के लिए रवाना हुई. 


इन कारणों से हर साल परेशानी बरकरार


- उज्जैन में कई स्थानों पर आवश्यकता से छोटी नाली का निर्माण किया गया है.
- नालों की नियमित रुप से साफ-सफाई नहीं होने की वजह से भी नालों का पानी सड़कों पर बह कर आ जाता है.
- नालों में सही ढलान नहीं दिए जाने की वजह से भी पानी की निकासी नहीं हो पा रही है. 
- बारिश के पूर्व आवश्यक कदम नहीं उठाए जाने की वजह से लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.


MP Urban Body Election: नगरीय चुनाव का प्रचार थमने से लोगों को राहत, लाउडस्पीकर की आवाज से मिला छुटाकारा


MP Urban Body Election 2022 : विधानसभा चुनाव से पहले सेमीफाइनल, 133 नगर निकाय में कल वोटिंग, एक क्लिक में जानें सबकुछ