Ujjain News: धर्मिक नगरी उज्जैन (Ujjain) में आरटीओ (RTO) के अभियान से सड़क पर ऑटो गायब हो गए हैं. इससे श्रद्धालुओं को अधिक राशि खर्च करनी पड़ रही है. उज्जैन में लगभग 3000 ऑटो का संचालन होता है. इनमें से 60 फीसदी ऑटो बिना परमिट और दस्तावेज के संचालित किए जाते रहे हैं. हाईकोर्ट की नाराजगी के बाद उज्जैन आरटीओ संतोष मालवीय की अगुवाई में अभियान चलाया जा रहा है. अभियान के तहत लगभग 250 ऑटो पर कार्रवाई हो चुकी है.


आरटीओ के अभियान से सड़कों पर ऑटो नदारद
आरटीओ के जारी अभियान से ऑटो संचालकों में हड़कंप मच गया है. शहर की सड़कों से ऑटो गायब हो गए हैं. ऑटो की कमी होने से उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऑटो चालकों ने किराए में भी इजाफा कर दिया है. पूर्व में प्रतिस्पर्धा के चलते श्रद्धालुओं को लाभ पहुंच रहा था. इंदौर से आए श्रद्धालु बृजेंद्र कुमावत बस में बैठकर उज्जैन आए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि उज्जैन दर्शन के नाम पर ऑटो चालक अधिक राशि की मांग कर रहे हैं जबकि पहले 400 रुपए में उज्जैन दर्शन हो जाता था. मगर अब 100 रुपए बढ़ाकर 500 मांगे जा रहे हैं.


मनमाना किराया वसूलनेवाले संचालकों को चेतावनी
आरटीओ संतोष मालवीय ने बताया कि गैर कानूनी रूप से चलाए जा रहे ऑटो के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि मुकम्मल दस्तावेज रखनेवाले ऑटो चालकों को हार पहनाकर स्वागत भी किया है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र सिंह चौहान ने चेतावनी दी कि अधिक किराया वसूली की शिकायत पर ऑटो चालकों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है. उन्होंने बताया कि रेलवे स्टेशन, महाकालेश्वर मंदिर सहित आसपास के सार्वजनिक इलाकों में लगाए गए प्रीपेड बूथ पर भी श्रद्धालु संपर्क कर सकते हैं. 


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