Madhya Pradesh News: प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर के पुरोहित और सुरक्षाकर्मी मिलकर ठग रहे थे. इस मामले में कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ा और उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया. इसके अलावा मंदिर समिति की ओर से अलग से कार्रवाई की गई है. मंदिर समिति के प्रशासक को भी कारण बताओ नोटिस दिया गया है.


विश्व भर के शिवभक्तों के आकर्षण का केंद्र माने जाने वाले महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ पूजा के नाम पर अधिक राशि वसूल कर ठगी की जा रही थी. इस मामले में उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह मंदिर का औचक निरीक्षण किया. नीरज कुमार जब नंदी हॉल में बाबा महाकाल के दर्शन कर रहे थे तब उन्हें क्षमता से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ नंदी हॉल में दिखाई दी. ऐसे में जब उन्होंने श्रद्धालुओं से बात की तो वह वजह जान हैरान रह गए.


नीरज कुमार को श्रद्धालुओं ने उन्हें बताया कि मंदिर के पुरोहित प्रतिनिधि और उनके सहयोगी प्रति व्यक्ति 1100 की राशि लेकर उन्हें नंदी हॉल में लाए हैं, जहां पर वे सभी श्रद्धालुओं से बाबा महाकाल का जलाभिषेक भी करवाएंगे. श्रद्धालुओं से मिली शिकायत के बाद कलेक्टर ने यह कार्रवाई की. इसके बाद पूरे मामले में महाकालेश्वर मंदिर समिति की ओर से महाकाल थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई. 


इन लोगों के खिलाफ हुई कार्रवाई
एडीएम अनुकूल जैन ने बताया कि श्रद्धालुओं की ओर से राशि लिए जाने की शिकायत मिली थी, जिसके बाद कार्रवाई की जा रही है. महाकालेश्वर मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल के मुताबिक, इस मामले में मंदिर समिति की ओर से भी मुकदमा दर्ज करवाया गया है. 


महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासन गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर अधिनियम की धारा 18 का प्रयोग करते हुए पुरोहित अजय शर्मा, पुरोहित प्रतिनिधि राजेश भट्ट, सुरक्षाकर्मी विकास, संदीप, करण और कन्हैया को आगामी आदेश तक तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. 



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