Ujjain Crime News: उज्जैन में फाइनेंस से जुड़े परिवार के तीन सदस्यों की निर्मम हत्या, पुलिस को मोबाइल से मिले अहम सुराग, जांच शुरू
उज्जैन में फाइनेंस (Finance) से जुड़े एक परिवार के तीन सदस्यों की अलग-अलग स्थानों पर हत्या कर दी गई. इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में पुलिस (Police) के पसीने छूट गए.
MP Crime News: फाइनेंस (Finance) से जुड़े एक परिवार के तीन सदस्यों की अलग-अलग स्थानों पर हत्या कर दी गई. इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में पुलिस (Police) के पसीने छूट गए. हालांकि मोबाइल से महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं. जिसके आधार पर पुलिस जल्द ही अंधे कत्ल का पर्दाफाश करने का दावा कर रही है. इस तिहरे हत्याकांड उज्जैन (Ujjain) में सनसनी फैला रखी है.
क्या है मामला
जीवाजी गंज थाना प्रभारी गगन बादल ने बताया कि इंगोरिया थाना इलाके के गांव बुरावदा में राजेश नागर और उनके पुत्र पार्थ 21 साल की लाश मिली थी. प्रथम दृष्टया मामला हत्या का सामने आया. इंगोरिया थाना पुलिस ने दोहरे हत्याकांड का मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू की. सबसे पहले दोनों की पहचान की गई. इसके बाद उज्जैन पुलिस हरी नगर में रहने वाले राजेश के घर पहुंची. यहां पर बाहर से ताला लगा हुआ था. पड़ोसियों ने बताया कि राजेश नागर अपने माता सरोज के साथ हरी नगर में रहते हैं. वे मकान का ताला लगाकर जाते थे. इस दौरान उनकी माता घर में ही रहती थी. इसके बाद पुलिस ने जब महाकाल मकान का ताला तोड़ा तो घर के अंदर से सरोज की भी लाश बरामद की गई. इस घटना के बाद जीवाजीगंज थाना पुलिस ने भी हत्या का मामला दर्ज किया. इस हत्याकांड को लेकर पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने एसआईटी गठित करते हुए हत्यारों पर इनाम घोषित किया है.
मोबाइल से मिले सुराग
जीवाजी गंज थाना प्रभारी गगन बादल ने बताया कि राजेश नागर और उनका पुत्र पार्थ फाइनेंस का काम करते थे. उनके घर पर अक्सर छोटे व्यापारी फाइनेंस लेने के लिए आते थे. संभवत: रुपयों का लेनदेन भी हत्याकांड का कारण हो सकता है, मगर मोबाइल से कुछ सुराग हाथ लगे हैं. पुलिस सुराग के आधार पर कुछ लोगों की तलाश की जा रही है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक एक-दो दिनों में अंधे कत्ल का पर्दाफाश हो जाएगा.
किसी से नहीं है ताल्लुक
पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि राजेश नागर और उनका पुत्र पार्थ दोनों ही हमेशा साथ में घूमते थे. वे किसी से भी संबंध नहीं रखते थे. उनकी एक बेटी मुंबई में है जबकि दूसरी पुणे में है. वे मुंबई में अपना हार्डवेयर का बिजनेस होना भी बता देते बताते थे. राजेश नागर का परिवार पड़ोसियों से कभी बातचीत नहीं करता था.
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