महाकाल मंदिर से बड़ी खबर सामने आ रही है जो वास्तव में चौंकाने वाली है. छोटे छोटे मंदिरों के बाद अब महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के पंडे, पुजारियों ने भी यह दावा कर दिया है कि नंदी जल और दूध ग्रहण कर रहे हैं. महाकालेश्वर मंदिर समिति भी दावों को खारिज नहीं कर रही है.
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने वाले आने वाले श्रद्धालुओं की निगाहें शिवलिंग के साथ-साथ नंदी भगवान पर भी जा रही है. फिलहाल नंदीहाल में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद है लेकिन पंडे पुजारी जरूर नंदी की सेवा कर रहे हैं. महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित रमण त्रिवेदी बताते हैं कि नंदी रुक रुककर सतत जल ग्रहण कर रहे हैं. उन्होंने नंदी को दूध पिलाया है. इसके अलावा मंदिर परिसर के अन्य शिव मंदिरों में भी भक्तों के बीच नंदी के दूध और जल ग्रहण करने के विषय पर चर्चा जारी है.
महाकालेश्वर मंदिर के दिनेश पुजारी बताते हैं कि शनिवार को उन्होंने चार बार जल और दूध नंदी जी को ग्रहण करवाया. इसके बाद रविवार को भी उनके द्वारा एक बार नंदी जी को जल ग्रहण करवाया गया है. उन्होंने बताया कि यह शुभ संकेत है जिस प्रकार कोरोना महामारी धीरे-धीरे प्रभाव कम कर रही है, उससे भगवान भी खुश हैं. पंडे पुजारी इस पूरे घटनाक्रम को शुभ बता रहे हैं. उनका यह भी कहना है कि यह घटना देश भर के करोड़ों शिव भक्तों के लिए आस्था से जुड़ी है, इसे अंधविश्वास का नाम कतई नहीं देना चाहिए.
पूर्व में गणेश मंदिरों में भी लग चुकी है भीड़
इस प्रकार की घटना कोई पहली बार घटित नहीं हुई है पूर्व में गणेश मंदिरों में भी भगवान श्री गणेश की प्रतिमा को दूध अर्पित करने के लिए बड़ी संख्या में भीड़ लग चुकी है. कुछ वर्षों पूर्व में यह दावा किया गया था कि भगवान गणेश दूध ग्रहण कर रहे हैं. इस बार नंदी जी सुर्खियों में हैं.
महाकाल मंदिर समिति रख रही है निगाह
महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि यह लोगों की आस्था का केंद्र है. श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर समिति को भी जल और दूध ग्रहण करने की जानकारी दी गई है. मंदिर समिति द्वारा फ़िलहाल भीड़ प्रबंधन को लेकर पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं. उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर के शिव मंदिरों में भी नंदी जी को जल अथवा दूध ग्रहण करवाने आने वाले लोगों की भीड़ नहीं लगने दी जा रही है.
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