Ujjain News: अक्सर जेलों में मोबाइल के इस्तेमाल से जुड़ी गंभीर शिकायतों वाली खबरें सामने आती रहती हैं लेकिन उज्जैन की सेंट्रल जेल में एक चौंकानेवाला मामला सामने आया है. आरोप है कि अधिकारियों ने कैदी से डिजिटल धोखाधड़ी करवाई. मामले का खुलासा होने के बाद एसआईटी बना दी गई है. सेंट्रल जेल भैरवगढ़ में धोखाधड़ी के कई मामलों का अनंत अमर अग्रवाल 2018 से बंद है. महाराष्ट्र निवासी अनंत अमर अग्रवाल को पिछले माह भोपाल जेल शिफ्ट कर दिया गया.
भोपाल जेल पहुंचने पर अनंत अमर अग्रवाल के खुलासे से साइबर क्राइम की टीम भी भौंचक्की रह गई. जालसाजी में माहिर अनंत अमर अग्रवाल ने जेलर संतोष लड़िया, डिप्टी जेलर सुरेश गोयल पर साइबर क्राइम के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया. अग्रवाल ने ये भी कहा है कि उज्जैन जेल में रहते हुए जेल अधिकारियों ने उससे फर्जी तरीके से लोगों के क्रेडिट कार्ड हैक करवाए और खुद सारा रुपया हड़प लिया.
कैदी के सनसनीखेज आरोप पर जांच के लिए SIT गठित
शिकायत सामने आने के बाद राज्य साइबर सेल ने मामले की जांच के लिए एसआईटी भी गठित कर दी है. शिकायत में कहा गया है कि जेल के अधिकारी बंदी को लैपटॉप मुहैया कराते थे और नेट के जरिए उससे दूसरों के मोबाइल हैक करवाकर वारदात को अंजाम दिलवाते थे. बंदी ने शिकायत में आरोप लगाया है कि उसने काफी राशि साइबर क्राइम की वारदात को अंजाम देते हुए अधिकारियों की जेब तक पहुंचाई है. इससे पहले केंद्रीय जेल भैरवगढ़ में बंद एक महिला कैदी ने जेलर पर उत्पीड़न का आरोप भी लगाया था. इस मामले में भी जेल विभाग की टीम ने जांच पड़ताल की थी.
इसके बाद एक और गंभीर मामला सामने आने से केंद्रीय जेल भेरूगढ़ फिर सुर्खियों में आ गया है. जेल अधीक्षक उषा राजे के मुताबिक जेल में लैपटॉप ले जाने की किसी को भी अनुमति नहीं है. उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम के मामले में जेल अधिकारियों को भोपाल तलब किया गया है. उन्होंने बताया कि अनंत अमर अग्रवाल के खिलाफ सूरत में भी धोखाधड़ी का केस दर्ज है. ये मामला उनके पदभार ग्रहण करने से पहले का है.