MP News: पंचायत और नगरीय निकाय के चुनाव में प्रत्याशियों को बारिश से जुड़े कई मुद्दों पर बड़े वादे करने पड़ रहे हैं. खासतौर पर जलजमाव की परेशानी से जूझ रहे लोग प्रत्याशियों को खरी-खोटी भी सुना रहे हैं. गौरतलब है कि बारिश के दिनों में पहले कभी पंचायत चुनाव नहीं हुए इसके अलावा नगरीय निकाय के चुनाव भी बारिश के दिनों में पहले कभी नहीं हुए यही वजह है कि इस बार चुनावी वादे भी बदल गए हैं. 


दरअसल, धार्मिक नगरी उज्जैन में जब प्रत्याशी मतदाताओं के घर पहुंच रहे है तो उनके सामने पानी की सबसे ज्यादा समस्या आ रही है. कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी महेश परमार ने बताया कि शहरी क्षेत्र में जल जमाव और पानी की निकासी नहीं होने की वजह से लोगों के घरों में हर बार पानी भर जाता है. नगर निगम हर साल जलजमाव रोकने के लिए लाखों रुपए खर्च करती है, मगर इस समस्या से अभी तक निजात नहीं मिल पाई है. उन्होंने बताया कि लोग पानी भराव की समस्या से काफी दुखी है. लोगों को आगे इसी परेशानी से जूझना ना पड़े इसके लिए पर्याप्त कदम उठाए जाएंगे. लोगों से इस संबंध में वादे भी किए गए हैं.


क्या कहा बीजेपी प्रत्याशी ने?
बीजेपी प्रत्याशी मुकेश टटवाल ने बताया कि उज्जैन शहर के 54 वार्डों में से कुछ जगह जरूर जलजमाव की समस्या है. इस पर नगर निगम के पुराने बोर्ड ने काफी काम किया है. अब नया बोर्ड भी प्राथमिकता से इस समस्या से छुटकारा दिलाएगा. प्रचार के दौरान लोग समस्या जरूर गिना रहे हैं मगर सरकार की उपलब्धियों से भी अच्छी तरह वाकिफ है.


इन समस्याओं से रूबरू हो रहे हैं प्रत्याशी



  • गंदे पानी की शिकायत लगभग कई वार्डों में सामने आ रही है.

  • जलजमाव के साथ-साथ साफ सफाई की शिकायत भी आम हो रही है.

  • सड़क नाली निर्माण को लेकर भी लोगों में असंतोष है.

  • नगर निगम से मिलने वाली पेंशन को लेकर भी असंतुष्ट है मतदाता

  • नामांतरण और राजस्व संबंधी शिकायत हो को लेकर भी वादे किए जा रहे हैं.