Ujjain Rape Case: आरोपी ऑटो चालक ने बदला था गाड़ी का नंबर, मोबाइल किया बंद, पूछताछ में खुलासा
Ujjain Rape Case: पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बताया कि आरोपी को जब घटनास्थल पर ले जाया गया तो उसने भागने की कोशिश की. इस दौरान वह गिरकर घायल हो गया.
उज्जैन में कक्षा आठवीं की नाबालिग छात्रा से रेप के मामले में पुलिस ने सनसनीखेच खुलासा करते हुए आरोपी ऑटो चालक को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ऑटो चालक पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश में घायल भी हो गया, उसे इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया है. इस मामले में पुलिस ने साक्ष्य छिपाने के अपराध में साथी ऑटो चालक को भी आरोपी बनाया है.
उज्जैन में 25 सितंबर की सुबह महाकाल थाना क्षेत्र में कक्षा आठवीं में पढ़ने वाली सतना की छात्रा के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था. निर्भया कांड की तरह छात्र पर जुल्म किया गया था. इस मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बताया कि इस मामले में आरोपी ऑटो चालक को गिरफ्तार करते हुए पूरे घटनाक्रम का पटाक्षेप कर दिया गया है.
आरोपी ऑटो चालक ने छात्रा के साथ दुष्कर्म किया. इसके बाद उसने पुलिस से बचने के लिए गाड़ी का नंबर बदल दिया. इतना ही नहीं आरोपी ने अपना मोबाइल भी बंद कर दिया. पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे और तकनीकी साक्ष्य की मदद से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी नानाखेड़ा क्षेत्र का रहने वाला भरत बताया जा रहा है.
पुलिस कर्मचारियों को धक्का देकर भागने की कोशिश
पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बताया कि आरोपी को जब घटनास्थल पर ले जाया गया तो उसने भागने की कोशिश की. इस दौरान वह गिरकर घायल हो गया जबकि धक्का मुक्की में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. इस पूरे मामले में पुलिस ने आरोपी के साथी ऑटो चालक को भी साक्ष्य छुपाने के मामले में आरोपी बनाया है.
छात्रा की हालत खतरे से बाहर
पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बताया कि पीड़ित छात्रा की हालत खतरे से बाहर हो गई है. उसका इंदौर में इलाज चल रहा है. छात्र के परिजन भी सतना से इंदौर पहुंच गए हैं.
पूरे घटनाक्रम पर एक नजर
परिवार वालों से रूठ कर कक्षा आठवीं की छात्रा सपना से उज्जैन पहुंची थी
उज्जैन में 25 सितंबर की रात 3:00 बजे से सुबह 6:00 बजे के बीच उसका 6 लोगों के साथ संपर्क हुआ.
छात्र के साथ सुबह 4:00 से 5:00 के बीच में रेप हुआ.
पुलिस ने महाकाल थाने में एफआईआर दर्ज की.
इस पूरे मामले का खुलासा करने के लिए 28 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की एसआईटी बनाई गई.
पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए आटो चालक को गिरफ्तार कर लिया है.
इस पूरे मामले में 14 किलोमीटर के दायरे में सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए.
पुलिस ने तीन ऑटो चालक सहित 6 लोगों से पूछताछ की.
पुलिस ने साक्ष्य छुपाने के मामले में एक अन्य ऑटो चालक के खिलाफ नीलगंगा थाने में एफआईआर दर्ज की है.