Ujjain Rape Case: धार्मिक नगरी उज्जैन में नाबालिक लड़की के साथ हुए रेप के मामले में पुलिस ने कई खुलासे किए हैं. पुलिस अधिकारियों का यह भी कहना है कि पीड़िता की लोगों ने खूब मदद की. उसे पैसे, कपड़े और खाने की वस्तुएं भी दी. पीड़िता की हालत अभी खतरे से बाहर बताई जा रही है.
उज्जैन एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि नाबालिक लड़की से रेप का मामला सामने आया था. इसमें पांच आरोपियों को हिरासत में लिया गया है. इन ऑटो चालकों के बारे में पुलिस को पुख्ता तौर पर सबूत मिले थे कि इन्होंने पीड़िता को अपने ऑटो में बिठाया था. इसके अलावा एक और संदिग्ध की पुलिस को तलाश है. वहीं पुलिस पूरे मामले में चार संदिग्धों पर जांच कर रही है.
पुलिस कप्तान के मुताबिक हिरासत में लिए गए आरोपियों से अलग-अलग स्थान पर रखकर कड़ी पूछताछ की गई है. उनसे कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिली है. पुलिस को जो सीसीटीवी फुटेज मिले हैं उसमें तीन ऑटो चालकों की ऑटो में पीड़िता बार-बार बैठती और उतरती भी दिखाई दे रही है. यह घटनाक्रम रात तीन से सुबह छह बजे के बीच का है.
देवास गेट और महाकाल थाना क्षेत्र में दिखी बच्ची
पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बताया कि पुलिस के हाथ जो सीसीटीवी फुटेज लगे हैं. उसमें दिखाई दे रहा है कि बच्ची रात तीन बजे से सुबह छह बजे के बीच देवास गेट और महाकाल थाना क्षेत्र में तीन ऑटो में बैठती और उतरती हुई दिखाई दे रही है. तीनों ऑटो चालकों को हिरासत में ले लिया गया है. ऑटो से जो साक्ष्य मिले हैं, उनका भी परीक्षण कराया जा रहा है. इसके अलावा आरोपियों के मकान की भी जांच की गई है. मकान के अंदर भी सबूत खंगालने की कार्रवाई की गई है.
लोगों ने बच्ची की खूब मदद की
पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बताया कि इस घटना के बाद जब बालिका अर्धनग्न अवस्था में घूम रही थी तो उसने कुछ लोगों से मदद मांगी. इसके बाद लोगों ने उसे पैसे, कपड़े और खाने की वस्तु देकर खूब मदद की चार लोग पुलिस ने स्वयं ढूंढ निकाले हैं जिन्होंने बच्ची को पैसे दिए थे. पुलिस कप्तान के मुताबिक यह कहना गलत होगा की घटना के बाद बालिका इधर-उधर भटकती रही और किसी ने उसकी मदद नहीं की उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस वालों ने अपना खून देकर भी बालिका का जीवन बचाने का काम किया है. उन्होंने बताया कि अब पीड़िता की हालत खतरे से बाहर है.
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