Sawan Mahakal Sawari Date: विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल की सावन में निकाली जाने वाली सवारियों का भक्तों को शिद्दत से इंतजार रहता है. इस साल श्रावण-भादो महीने में भगवान महाकाल की सात सवारियां निकलेंगी. भादो महीने में भगवान महाकाल की अन्तिम शाही सवारी 2 सितम्बर को निकाली जायेगी. श्रावण महीने में पांच सवारी और भादो महीने में दो सवारी निकलेगी. भगवान महाकाल की सवारी को लेकर अभी से तैयारी शुरू हो गई है. 


श्रावण और भादो महीने में निकलने वाली भगवान महाकाल की सवारी को देखने के लिए देशभर से शिव भक्त उज्जैन पहुंचते हैं. इसी वजह से एक महीने पहले से सवारी को लेकर तैयारियां शुरू हो जाती हैं.


सावन के महीने में महाकालेश्वर मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ जाती है. कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि इस बार श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक सुविधा देने की कोशिश की जाएगी. अभी से जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, नगर निगम की टीम ने तैयारियां शुरू कर दी है.


बाबा महाकाल की सवारी का जान लें डेट


महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष और उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि श्रावण-भादो महीने में निकलने वाली सवारियों के क्रम में प्रथम सवारी सोमवार 22 जुलाई, द्वितीय सवारी सोमवार 29 जुलाई, तृतीय सवारी सोमवार 5 अगस्त, चतुर्थ सवारी सोमवार 12 अगस्त, पंचम सवारी सोमवार 19 अगस्त को श्रावण महीने में निकाली जायेगी. इसी तरह भादो महीने में षष्टम सवारी सोमवार 26 अगस्त और शाही सवारी सोमवार 2 सितम्बर को निकाली जायेगी.


सामान्य दर्शन व्यवस्था श्रावण-भादो महीने में त्रिवेणी संग्रहालय के समीप से नन्दी द्वार, श्री महाकाल महालोक, मानसरोवर भवन, फेसिलिटी सेन्टर-1, टनल मन्दिर परिसर, कार्तिक मण्डपम, गणेश मण्डपम से भगवान होगी. साथ ही भारत माता मन्दिर की ओर से प्रशासनिक कार्यालय के सम्मुख से आने वाले श्रद्धालु शंख द्वार से मानसरोवर भवन में प्रवेश कर फेसिलिटी सेन्टर-1 एवं टनल मन्दिर परिसर, कार्तिक मण्डपम, गणेश मण्डपम से दर्शन उपरांत (निर्माल्य द्वार) अथवा नवीन आपातकालीन निर्गम द्वार से सीधे बाहर के लिये प्रस्थान करेंगे.


सशुल्क होने वाली है शीघ्र दर्शन व्यवस्था


शीघ्र दर्शन व्यवस्था (250 रुपये) द्वार नम्बर-4 एवं 5 के रास्ते विश्रामधाम रेम्प, सभा मण्डपम होते हुए गणेश मण्डपम से भगवान महाकालेश्वर के दर्शन करने के बाद निर्गम द्वार अथवा नवीन आपातकालीन निर्गम द्वार से सीधे बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे.


 श्रद्धालुओं के लिये बड़ा गणेश मन्दिर के समीप जूता स्टैंड की व्यवस्था रहेगी. इसी तरह त्रिवेणी द्वार की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिये मानसरोवर भवन के समीप जूता स्टेंट की व्यवस्था रहेगी. भारत माता मन्दिर की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिये प्रशासनिक कार्यालय के समीप जूता स्टैंड बनाया जायेगा. 


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