Ujjain Corona News: उज्जैन में कोरोना की पॉजिटिविटी रेट लगातार बढ़ती जा रही है. यह पहला मौका है जब उज्जैन संभाग के कई शहरों में पॉजिटिविटी रेट में अचानक उछाल आया है. उज्जैन शहर की बात की जाए तो यहां यह ग्राफ 12% से ऊपर पहुंच गया है, जबकि रतलाम, नीमच, मंदसौर में भी लगातार पॉजिटिविटी की दर बढ़ रही है.
कोरोना की तीसरी लहर के दौरान उज्जैन में लगातार पॉजिटिविटी की दर बढ़ रही है. वर्तमान में उज्जैन में पॉजिटिविटी का ग्राफ 12.5% के ऊपर चला गया है. इसके अलावा रतलाम और नीमच में भी तेजी से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. राहत वाली खबर यह है कि देहात के इलाकों में अभी पॉजिटिविटी का ग्राफ 5% से नीचे है, लेकिन शहरी क्षेत्र में लगातार यह ग्राफ बढ़ता जा रहा है. उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक शहरी क्षेत्र में सख्ती करते हुए एक पखवाड़े में ₹5 लाख के चालान बनाए गए हैं. यह चालान ऐसे लोगों के बनाए गए हैं जो कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं. इसके अलावा देहात के क्षेत्रों पर विशेष नजर रखी जा रही है. लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और मास्क पहनने की अपील भी लगातार की जा रही है.
मंदसौर, नीमच में सख्ती, सीमा पर नजर
रतलाम और मंदसौर के साथ-साथ नीमच में भी जिला प्रशासन और पुलिस महकमे गाइडलाइन का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्ती कर दी है. मंदसौर और नीमच से लगी राजस्थान की सीमा पर भी नजर रखी जा रही है. उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक आने वाले दिनों में सैंपल की संख्या और बढ़ाई जाएगी. कोरोना की चेन तोड़ने के लिए पॉजिटिव लोगों को चिन्हित करना बेहद जरूरी है. डॉक्टर रोनक एलची के मुताबिक अभी संक्रमण सामुदायिक रूप से फैल चुका है. इसी वजह से पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है. हालांकि इस बार मरने वालों का ग्राफ जरूर थमा हुआ है लेकिन लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है.
ऑक्सीजन प्लांट हाई अलर्ट पर
उज्जैन और रतलाम के मेडिकल कॉलेज के अलावा सरकारी और निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट को हाई अलर्ट पर रखा गया है. इसके अलावा अलग से भी ऑक्सीजन के सिलेंडर और वेंटीलेटर की व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया गया है. पहली और दूसरी लहर के दौरान उज्जैन संभाग में ऑक्सीजन की किल्लत की वजह से लोगों को काफी जद्दोजहद करनी पड़ी थी.
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