MP News: मध्य प्रदेश के उज्जैन में भगवान गणेश का एक ऐसा मंदिर है जहां मांगलिक दे दिया जाए तो भगवान चिंता से मुक्त कर मनवांछित फल देने के साथ-साथ कार्य सिद्ध करते हैं. यह उज्जैन का चिंतामण गणेश मंदिर (Chintaman Ganesh Temple) है. यहां पर चैत्र मास के चौथे बुधवार अंतिम यात्रा का आयोजन किया गया. यहां पर बड़ी संख्या में लोगों ने भगवान गणेश के तीन रूपों के दर्शन कर आशीर्वाद लिया.


उज्जैन से 10 किलोमीटर दूर चिंतामण गणेश का मंदिर है. यहां पर मांगलिक कार्यों का निमंत्रण देने के लिए देशभर के श्रद्धालु आते हैं. मंदिर में विवाह समारोह से लेकर गृह प्रवेश का आमंत्रण भी दिया जाता है. चिंतामण गणेश मंदिर के गणेश पुजारी बताते हैं कि भगवान चिंतामण गणेश के दर्शन करने मात्र से सारी चिंताएं दूर होती हैं.  


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पहले गणेश फिर मेहमानों को दिया जाता है न्योता 
मंदिर में सबसे पहले आमंत्रण पत्र दिया जाता है, जिसके बाद मेहमानों को न्योता दिया जाता है. चिंतामण गणेश मंदिर का उल्लेख स्कंद पुराण के अवंतिका खंड में मिलता है. भगवान चिंतामण गणेश के साथ यहां पर इच्छा मन और सिद्धि विनायक गणेश भी विराजमान हैं. यहां पर विवाह समारोह भी आयोजित किए जाते हैं, लेकिन उज्जैन-इंदौर संभाग के अधिकांश जिलों के लोग यहां पर मांगलिक कार्यों का आमंत्रण देने के लिए आते हैं. चैत्र मास के चौथे बुधवार को अंतिम यात्रा का आयोजन किया गया. यहां पर श्रद्धालु फसल का दान भी अर्पण करने के लिए आते हैं.


श्रद्धालुओं में चिंतामण को लेकर बड़ी आस्था
चिंतामण गणेश मंदिर में पत्रिका का आमंत्रण देने आए इंदौर के हरीश कुमार ने बताया कि उनकी बड़ी बेटी का पहले ही विवाह हो चुका है. अब छोटे बेटे का विवाह हो रहा है. उन्होंने भगवान चिंतामण गणेश को पहला आमंत्रण दिया था जिसके बाद उनकी सारी चिंताएं दूर हो गईं और विवाह समारोह निर्विघ्न रुप से संपन्न हुआ. भगवान गणश को आमंत्रण देने के साथ ही कार्य सफलतापूर्वक पूरा हो जाता है. उन्होंने उज्जैन के चिंतामण गणेश के साथ-साथ इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में भी मांगलिक कार्य का पहला आमंत्रण दिया है.


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