MP News: अनुशासन और सभ्यता का पाठ पढ़ाने वाले प्रोफेसर और प्रिंसिपल के बीच जमकर लात घुसा चले. उज्जैन जिले की घटिया तहसील में स्वर्गीय नागुलाल मालवीय महाविद्यालय है. इस शासकीय महाविद्यालय में पदस्थ सहायक प्राध्यापक ब्रह्मदीप आलूने और प्रिंसिपल डॉ. शेखर मेदमवार के बीच कई दिनों से खटपट चल रही थी. हाल ही में महाविद्यालय का एक सीसीटीवी वीडियो सामने आया है, जिसमें कुछ देर तक सहायक प्राध्यापक व प्रिंसिपल आमने-सामने बैठकर बातचीत कर रहे हैं.


इसके बाद एक के बाद एक दोनों ही कुर्सी से उठते हैं और फिर लात-घूंसा चलना शुरू हो जाता है. इस घटना को देखकर महाविद्यालय का दूसरा स्टाफ आगे आता है और ब्रह्मदीप अलूने तथा डॉ. शेखर मेदमवार को दूर करवाता है. इस मामले में दोनों ने ही एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं.


सहायक प्राध्यापक डॉ. ब्रह्मदीप अलूने का कहना है कि प्रिंसिपल शुरू से ही विवादों में हैं. उनके खिलाफ महिला प्राध्यापक ने भी शिकायत कर रखी है और कई प्रोफेसर रिटायरमेंट ले चुके हैं. वे बेवजह अपने पद का रौब दिखाकर कर्मचारियों और अधिकारियों को परेशान करते हैं. दूसरी तरफ प्रिंसिपल डॉ. मेदमवार का आरोप है कि सहायक प्राध्यापक अलने समय पर महाविद्यालय में उपस्थित नहीं रहते हैं और वे महाविद्यालय के कार्य छोड़कर कार्यालयीन समय में पैदल घूमने निकल जाते हैं. इस बात का जब विरोध किया तो वे उत्तेजित होकर मारपीट करने लगे.


महाविद्यालयों में गुटबाजी हावी


महाविद्यालय में अक्सर यह देखने में आता है कि यहां पर विद्यार्थियों के अलग-अलग संगठन ही सक्रिय नहीं हैं बल्कि, प्राध्यापकों में भी गुटबाजी रहती है. इसी गुटबाजी के चलते कई बार विवादों की शिकायत भी सामने आती है. हालांकि मारपीट का यह मामला सामने आने के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए इसकी निंदा की है.


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