Looteri Dulhan Case: उज्जैन में 'लुटेरी दुल्हन' गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस ने मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया है और लुटेरी दुल्हन निकिता अभी फरार है. कार्तिक चौक में रहने वाले एक युवक ने महाराष्ट्र के जालना की रहने वाली युवती से शादी की थी. दुल्हन को घर की जिम्मेदारी मिलने के बाद ससुराल से सारा माल लूटकर फरार हो गई.
मामले में महाकाल थाना पुलिस ने शादी के फर्जीवाड़े का भी खुलासा किया. पुलिस ने बताया कि कार्तिक चौक इलाके में रहने वाले सचिन तिवारी नामक युवक ने 19 मार्च को चिंतामण गणेश मंदिर में जालना की रहने वाली निकिता के साथ शादी की थी.
विवाह के दौरान निकिता कुछ रिश्तेदारों के साथ उज्जैन पहुंची थी. विवाह संपन्न हो जाने के बाद परिजनों ने निकिता को घर की जिम्मेदारी सौंप दी. दुल्हन ने शादी के 5 दिन बाद दूध में नशीला पदार्थ मिलाकर ससुराल वालों को पीने के लिए दिया. दूध पीकर ससुराल वाले बेहोश हो गए और दुल्हन घर का सारा माल लूटकर फरार हो गई.
निकिता ने घर से भागते समय सोने चांदी के जेवर, नकदी और अन्य सामान पर हाथ साफ कर दिया. ससुराल वालों को होश आने पर निकिता को ढूंढने की कोशिश की गई लेकिन नहीं मिली. लुटेरी दुल्हन का मोबाइल फोन भी बंद मिला. अन्य रिश्तेदारों को फोन लगाने की कोशिश की गई मगर सभी के मोबाइल बंद मिलने पर सचिन तिवारी को ठगी का अंदाजा हो गया. ससुराल वालों ने महाकाल थाने पहुंचकर मुकदमा दर्ज करवाया. पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार कर फरार लुटेरी दुल्हन की तलाश में जुट गई है.
पकड़े गए आरोपियों ने उगले राज
महाकाल थाना पुलिस ने लुटेरी दुल्हन गिरोह के परमेश्वर, नारायण और विजय को गिरफ्तार किया है. तीनों आरोपी महाराष्ट्र के रहने वाले हैं. आरोपियों ने खुलासा किया कि शादी के नाम पर झांसा देकर ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं. आरोपियों ने कुछ और वारदातें भी कबूल की हैं लेकिन अभी लुटेरी दुल्हन का पता नहीं चल पाया है. आरोपी लुटेरी दुल्हन की तलाश में पुलिस छापे मार रही है.
फरियादी की चालाकी आई काम
महाकाल थाना पुलिस के मुताबकि फरियादी सचिन की भी भूमिका काफी सकारात्मक रही है. बताया जाता है कि रियादी ने पुलिस में शिकायत करने के बाद आरोपियों को पकड़ने के लिए फुलप्रूफ प्लान तैयार किया. प्लान के तहत एक नए नंबर से आरोपियों से संपर्क किया गया और शादी की डिमांड रखी गई. आरोपियों ने विवाह कराने की स्वीकृति देते हुए ओंकारेश्वर बुला लिया. सिग्नल मिलने पर पुलिस फरियादी के साथ ओंकारेश्वर पहुंची और आरोपियों को पकड़ लिया.