Vikram University News: 66 वर्ष पुराने विक्रम विश्वविद्यालय की ओर विद्यार्थियों का रुझान काफी बढ़ रहा है. इसके पीछे विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा पिछले कुछ सालों में शुरू किए गए नए कोर्स प्रमुख कारण है. वर्तमान में विक्रम विश्वविद्यालय के अंतर्गत 188 कॉलेज संचालित हो रहे हैं, जिनमें 100 महाविद्यालय सरकारी है.

विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ अखिलेश कुमार पांडेय ने एबीपी न्यूज़ से चर्चा के दौरान कहा कि विक्रम विश्वविद्यालय प्रदेश का ही नहीं बल्कि देश का प्राचीन विश्वविद्यालय है. यह 66 वर्षों से संचालित हो रहा है. उन्होंने बताया कि पिछले कुछ सालों में विक्रम विश्वविद्यालय ने रोजगार से जुड़े कई कोर्स शुरू किए हैं, जिसकी वजह से यहां तालीम पाने वाले विद्यार्थियों को अच्छा प्लेसमेंट मिल रहा है.

दो लाख विद्यार्थी कर रहे हैं शिक्षा ग्रहण
उन्होंने बताया कि वर्तमान में विक्रम विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित होने वाले महाविद्यालय में 25 राज्यों के विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. हालांकि मध्य प्रदेश के विद्यार्थियों को प्रमुखता से विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले महाविद्यालय में प्रवेश मिलता है. उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में 2,00,000 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.


उन्होंने बताया कि उच्च शिक्षा मंत्री रहते हुए डॉक्टर मोहन यादव ने विक्रम विश्वविद्यालय की दशा और दिशा सुधारने के लिए काफी प्रयास किया. वर्तमान में भी मुख्यमंत्री का काफी सहयोग मिल रहा है, जिसकी वजह से विक्रम विश्वविद्यालय लगातार प्रगति की ओर आगे बढ़ रहा है.

कृषि और फॉरेंसिक साइंस की ओर अधिक आकर्षण
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ अखिलेश पांडेय ने बताया कि पिछले कुछ सालों में फॉरेंसिक साइंस और बायोटेक्नोलॉजी के साथ-साथ कृषि विज्ञान में शिक्षा ग्रहण करने का रुझान विद्यार्थियों में अधिक बड़ा है. इसके अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई भी विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा कराई जा रही है.


इसके अतिरिक्त पर्यटन सहित अन्य रोजगार से जुड़े डिप्लोमा और कोर्स भी विक्रम विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित हो रहा है, जिसमें विद्यार्थियों की रुचि काफी अधिक रहती है.


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