Jabalpur: बीजेपी की धाकड़ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शराबबंदी पर आंदोलन की घोषणा करके एक बार फिर मध्य प्रदेश का सियासी पारा चढ़ा दिया है. माना जा रहा है कि नगरीय निकाय चुनाव के आखिरी चरण के मतदान से पहले उमा भारती का बयान बीजेपी के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. हालांकि उमा भारती ने यह स्पष्ट किया है कि बीजेपी की एक समर्थ एवं निष्ठावान कार्यकर्ता होने के नाते उन्होंने अधिकतर पंचायत एवं निगम चुनाव हो जाने दिए.
गांधी जयंती पर आंदोलन का ऐलान
बता दें कि बीजेपी नेता उमा भारती मध्य प्रदेश में शराबबंदी को लेकर लगातार मुखर रहीं हैं. इसे लेकर उनकी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बीच खट-पट की खबरें भी कई बार बाहर आई, लेकिन कुछ दिन की शांति के बाद अब एक बार फिर उमा भारती ने शराबबंदी के अपने एजेंडे को हवा दे दी है. शुक्रवार 8 जुलाई को बैक टू बैक 7 ट्वीट करके उमा भारती ने कहा कि 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन वे भोपाल की सड़कों पर महिलाओं के साथ मार्च करेंगी. उन्होंने अपने आंदोलन को ग़ैरदलीय जन अभियान बनाने की घोषणा भी की है.
मैं अब तक चुप रही लेकिन अब उठाऊंगी आवाज
उमा भारतीय ने एक के बाद एक दागे कई ट्वीट, कहा... परसों देवषयनी एकादशी आएगी, सूर्य उसके बाद दक्षिणायन हो जाएंगें. इसीलिए आज ही मैं अपनी बात कहूंगी. मध्य प्रदेश में नषामुक्ति (जिसमें शराब बंदी भी शामिल है) अभियान बीजेपी का ही वायदा है एवं मैं उसी का अनुसरण कर रही हूं. मैं बीजेपी की एक समर्थ एवं निष्ठावान कार्यकर्ता हूं इसीलिए मैंने अधिकतर पंचायत एवं निगम चुनाव हो जाने दिए. इस बीच मैं मौन रही आज मैं सबसे अपील करती हूं कि कोई दुविधा में न रहे. सब अपनी-अपनी जगह पर रहकर ही इस के लिए अपनी सामर्थ्य अनुसार ही काम करें.
उन्होंने कहा- मैं एक बहुत बड़ी कठिनाई का समाधान कर रही हूं कि आज से अक्टूबर तक मैं इस अभियान में उनको अपने साथ आने के लिए कहूंगी.- जो किसी पार्टी के कार्यकर्ता, पदाधिकारी या अन्य किसी पद पर नहीं हैं. फिर अक्टूबर में गांधी जयंती पर भोपाल की सड़कों पर मैं महिलाओं के साथ इस राक्षस जैसी सामाजिक बुराई के खिलाफ मार्च करूंगी. बाकी की बातें आगे शेयर करती रहूंगी.
2023 के विस चुनाव में जमीन तलाशने की कोशिश में उमा
कहा जा रहा है कि अगले साल यानी 2023 में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने के लिए उमा भारती ने इस बार आर-पार की लड़ाई लड़ने की तैयारी कर रखी है. अपने अभियान में जिस तरह के लोगों से जुड़ने की अपील उन्होंने की है, उसमें उन्हें पर्दे के पीछे विरोधी दल के लोगों का साथ भी मिल सकता है.
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