तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में पुरातत्व विभाग के अफसरों पर भड़की उमा भारती, बोलीं - मैं क्या, कोई भक्त भी आवेदन नहीं देगा
MP News: उमा भारतीय ने कहा कि जाली की वजह से मुझे छोड़ दें, देशभर से नंगे पांव आने वाले भक्तों की आस्था से खिलवाड़ हो रहा है। मैं यह नहीं होने दूंगी.
MP News: मध्य प्रदेश की तीर्थनगरी ओमकारेश्वर पहुंची प्रदेश की पूर्व सीएम औरफायर ब्रांड उमा भारती के कहने पर भक्तों ने नंदी के चारों ओर लगी जाली हथोड़े से हटा दी. ऐसा करने से उन्हें रोकते हुए पुरातत्व विभाग के कर्मचारियों ने कहा आप आवेदन दे दो। हम अफसरों तक पहुंचाकर निराकरण कराएंगे। इस पर उमा फिर भड़क उठीं. उन्होंने कहा - "मैं क्या, कोई भक्त भी आवेदन नहीं देगा. मैंने जाली तोड़ी है. आप अफसरों को सूचना देकर एफआईआर दर्ज करा सकते हैं. मैं जेल जाने को तैयार हूं लेकिन जाली दोबारा यहां नहीं लगेगी. पूर्व सीएम के तेवर देख कर्मचारी सहमे नजर आए."
मुझ पर एफआईआर कराएं, जेल जाने को तैयार हूं
दरअसल, पुरातत्व विभाग ने ममलेश्वर मंदिर में नंदी जी के पास जाली लगा दी थी, जिससे नंदी जाली में कैद हो गए थे. साथ ही मार्ग भी डायवर्ट हो गया था। बस, इसी बात को लेकर उमा भारती नाराज हो गईं। उन्होंने पुरातत्व विभाग से अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए सख्त अंदाज में कहा कि हर मंदिर का वास्तु होता है। द्वादश ज्योतिर्लिंग में ममलेश्वर वृषभ राशि के स्वामी हैं। वास्तु के हिसाब से नंदी के दाएं ओर से ज्योतिर्लिंग मंदिर में दर्शन करने जाना है। आपने इसे बंद कर मंदिर का वास्तु बिगाड़ रखा है। मैंने आज इसे हटा दिया है। अब यह दोबारा नहीं लगेगा। आप अपने अधिकारी को सूचना दे दीजिए कि मुझ पर एफआईआर दर्ज करा दें। मैं जेल जाने को तैयार हूं।
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने पुरातत्व विभाग के स्थानीय कर्मचारियों से कहा कि हजारों साल पहले विद्वानों ने वास्तु के अनुसार मंदिरों का निर्माण किया था। आज ऐसे विद्वानों को चुनौती देकर धरोहरों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। अगर कुछ परिवर्तन जरूरी भी है तो इसके लिए वैदिक विद्वानों से सुझाव लेकर किए जाएं। उमा भारती बुधवार को गजानन आश्रम में ठहरी थीं। उन्होंने गुरुवार सुबह ओंकारेश्वर में दर्शन किए। वह शुक्रवार को भी ओंकारेश्वर में रहेंगी।
आस्था से खिलावाड़ नहीं होने दूंगी
पूर्व सीएम ने कहा ओंकारेश्वर में मुख्य ज्योतिर्लिंग ममलेश्वर ही हैं। सामने ऊपर पहाड़ी पर तो विश्व के स्वामी ओंकार बिंदु संयुक्त बैठे हैं। ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग वृषभ राशि के स्वामी हैं। सामने नंदी भी वास्तु के हिसाब से बैठे हैं। वास्तु अनुसार मुझे दाएं होकर मंदिर में प्रवेश करना है, लेकिन आपने रास्ता बंद कर रखा है। मुझे छोड़ दें, लेकिन देशभर से नंगे पांव आने वाले भक्तों की आस्था से खिलवाड़ हो रहा है। मैं यह नहीं होने दूंगी।
पूर्व सीएम के तेवर देख सहमें नजर आये अधिकारी
इससे पहले पुरातत्व विभाग के अफसरों ने पूर्व सीएम उमा भारती के कहने पर भक्तों ने नंदी के चारों ओर लगी जाली हथोड़े से हटवा दी। उन्हें रोकते हुए पुरातत्व विभाग के कर्मचारियों ने कहा आप आवेदन दे दो। हम अफसरों तक पहुंचाकर निराकरण कराएंगे। इस पर वे फिर भड़क उठीं। उन्होंने कहा मैं कोई भक्त भी आवेदन नहीं देगा। मैंने जाली तोड़ी है। आप अफसरों को सूचना देकर एफआईआर दर्ज करा सकते हैं। मैं जेल जाने को तैयार हूं। लेकिन जाली दोबारा नहीं लगेगी। पूर्व सीएम के तेवर देख कर्मचारी सहमे नजर आए।
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