MP New Liquor Policy: मध्य प्रदेश की नई शराब नीति को लेकर राज्य की सियासत में काफी गहमागहमी है. उमा भारती (Uma Bharti) ने नई लिकर पॉलिसी पर तीखे सवाल उठाए तो खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने इसका जवाब दिया. अब पार्टी की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने भी खुलकर मुख्यमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. इस मुद्दे को लेकर उमा भारती शुरू से ही मुखर रही हैं अब उन्होंने कहा कि मेरे बड़े भाई शिवराज सिंह चौहान जी से 1984 से मार्च 2022 तक सम्मान और स्नेह के संबंध बने रहे. मैंने शिवराज जी से 2 साल में हर मुलाकात में शराबबंदी पर बात की है, अब बात सामने आ गई है तो भाई मीडिया के माध्यम से बात क्यों करने लगे हैं.
शराब नीति कानून व्यवस्था का सवाल-उमा भारती
दरअसल शराब नीति के विरोध को लेकर सीएम शिवराज सिंह ने कहा था कि लोग शराब पीना बंद कर दें तो मैं शराब की दुकानें बंद कर दूंगा. इसे लेकर अब उमा भारती ने कहा कि जब लोग शराब पिएंगे ही नहीं, दुकानें चलेंगी ही नहीं तो वो तो खुद ही बंद हो जाएंगी. अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए तो पुलिस और प्रशासन की जिम्मेदारी है, ये तो कानून व्यवस्था का सवाल है.
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शराब की होम डिलिवरी घिनौनी व्यवस्था-उमा भारती
वहीं उमा भारती ने सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि अभी हमें शुरुआत यहां से करनी चाहिए. अहातों में शराब परोसने की व्यवस्था को तुरंत बंद करें. स्कूल, अस्पताल, मंदिर और अन्य निषिद्ध स्थानों के पास शराब की दुकानें भी बंद की जाएं. घर-घर शराब पहुंचाने की घिनौनी व्यवस्था तुरंत रुकनी चाहिए.
नागरिक भी खुलकर विरोध करें-उमा भारती
उमा भारती ने इसे लेकर प्रदेश के लोगों से भी अपील की. उन्होंने कहा कि जहां महिलाएं या नागरिक विरोध करें वहां दुकानें ना खोली जाएं, इन्हीं ने तो हमारी सरकार बनाई है. पहले इतना कर लें, फिर जो वैध एवं उचित स्थान पर शराब की दुकानें हों, वहां फोटो के साथ होर्डिंग लगें कि शराब पीने से क्या-क्या नुकसान होते हैं.