मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती अपने बयानों को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में हैं. उन्होंन ट्वीट कर उत्तर प्रदेश में लाऊड स्पीकर पर लगाम लगाने की योगी आदित्यनाथ सरकार के निर्णय की तारीफ की. उन्होंने ऐसी ही मांग मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी कर डाली है. इसको लेकर उन्होंने लगातार 7 ट्वीट किए हैं. 


लाउडस्पीकर पर बैन की क्या दलील दी है


उमा भारती ने ट्विटर पर लिखा, ''उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ जी की सरकार के द्वारा ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए लिया गया नीतिगत निर्णय अभिनंदनीय है. ज्यादा शोर एवं आवाजों से शहर एवं गांव के लोगों को स्नायु तंत्र की बीमारियां बढ़ रही हैं उन्हें रात में सुख से सोना बहुत जरूरी है. इसलिए रात में 10 बजे से सुबह 7 बजे तक माईक की आवाज पर सख्त नियंत्रण होना चाहिए.''






लाउडस्पीकर पर बैन की वकालत करते हुए उमा भारती ने लिखा, ''सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्रों की आवाज की अनुमति इसी शर्त पर मिलनी चाहिए कि वह आवाज इतने ही लोग सुनेंगे जो वहां बैठे हुए हैं, इसमें धर्म का भेदभाव ना हो. अस्पताल और स्कूल इन आवाजों से डिस्टर्ब हो रहे हैं. घरों में रहने वाले विद्यार्थी एवं अस्वस्थ या वृद्ध लोगों की शोर एवं आवाजों से उनकी तकलीफ बढ़ रही हैं.''


आवाज की सीमा तय करने की मांग


उन्होंने लिखा कि बारातों के डीजे या किसी भी जुलूस के शोर का एक समय तय हो एवं आवाज की सीमित सीमा तय हो तभी हम स्वस्थ समाज की रचना में योगदान दे पाएंगे.हम भी मध्य प्रदेश में इस प्रकार का निर्णय लें.


उमा भारती इन दिनों मध्य प्रदेश में काफी सक्रिय हैं. वे अगला लोकसभा का चुनाव लड़ने की घोषणा भी कर चुकी हैं. इसके साथ ही वो मध्य प्रदेश में शराबबंदी को लेकर भी काफी मुखर हैं. इसे लेकर उनकी शिवराज सिंह चौहान से ट्विटर वॉर भी हो चुका है.


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