MP News: 23 जुलाई को लोकसभा में बजट (Budget) पेश होना है. इस बजट में किसानों की तरफ ध्यान आकर्षित कराने के उद्देश्य से भोपाल (Bhopal) के नजदीकी जिले सीहोर (Sehore) में अनूठे अंदाज में लोगों ने अपनी मांग रखी है. किसानों ने कुलांसी नदी में खड़े होकर ढोल-मंजीरे की थाप पर भजन आए और सरकार का किसानों की तरफ ध्यान आकर्षित कराने का प्रयास किया है.
चंदेरी, रामाखेड़ी और ढाबला गांव के किसानों ने किसान सम्मान निधि 10,000 रुपये देने, प्रत्येक किसान को फसल बीमा का लाभ देने, किसान क्रेडिट कार्ड की राशि बढ़ाने, फसल का सही दाम दिलाने, किसानों को पेंशन राशि दिए जाने, बिना इजाजत ग्रामीण किसानों की कृषि भूमि को अधिग्रहित नहीं करने की मांग को लेकर कुलांसी नदी किनारे खड़े होकर समाजसेवी एमएस मेवाड़ा के नेतृत्व में लोकगीत गाया.
पीएम मोदी और शिवराज सिंह से की यह मांग
ग्रामीण किसानों ने पुरानी परंपरा को कायम रखते हुए गुरु पूर्णिमा के दिन कुलसी नदी में पानी में खड़े होकर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से अनोखे तरीके से अपनी मांग रखी. उनका कहना है कि बजट में उनकी मांगें पूरी की जाएं. तीन गांवों के किसान अचल सिंह, दौलत सिंह, मोतीलाल, कुमेर सिंह, फूल सिंह, मिश्री लाल, बाबूलाल, हेमराज, महेश, प्रकाश, संजू, राहुल, स्वरूप सिंह, बाबूलाल मेवाड़ा, हेमराज मेवाड़ा, मोहन मेवाड़ा, महेश, राम चरण मेवाड़ा कुलसी नदी में लोकगीत गाते नजर आए. उन्होंने कहा कि किसान दिन रात खेतों में मेहनत करते हैं. फिलहाल खेती लाभ का कम नुकसान का ज्यादा धंधा होती जा रही है. आने वाले बजट में किसानों का विशेष ध्यान रखना चाहिए.