Jabalpur News: नशा मुक्ति और शराबबंदी से जुड़े एक सवाल पर केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर का दर्द छलक आया. उन्होंने जबलपुर में पत्रकारों से चर्चा में अपना दुख बयां करते हुए कहा कि नशे के कारण वे अपने बेटे को नहीं बचा सके अब वे नशामुक्त समाज के निर्माण का काम कर रहे हैं. उन्होंने मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की नशाबंदी मुहिम का समर्थन करते हुए कहा कि वे अच्छा काम कर रही हैं.
देश को नशे से बचाना है उद्देश्य
केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास राज्य मंत्री कौशल किशोर एक निजी कार्यक्रम में भाग लेने जबलपुर पहुंचे थे. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि क्रांतिकारियों ने देश को अंग्रेजों से तो बचा लिया लेकिन आज सबसे बड़ी चिंता नशे की है जो नशा अंग्रेज छोड़ गए हैं, अब वक्त आ गया है कि देश को उससे बचाना है. उन्होंने कहा कि हर साल 20 लाख से ज़्यादा लोगों की मौत नशे की वजह से हो रही है. इसकी रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए. केंद्रीय राज्य मंत्री ने अपील की नए साल के जश्न में पार्टियों में नशे का सेवन करने से बचें और संकल्प लें कि उन्हें नशा छोड़ना है.
दूसरों के बच्चों को नशे से बचाने का लिया था संकल्प
शराबबंदी और नशा मुक्ति पर बातचीत करते हुए केंद्र राज्य मंत्री ने व्यक्तिगत अनुभवों को भी साझा किया. उन्होंने बताया कि उनका बच्चा भी नशे के चक्कर में पड़ गया था जिसे वह बचा नहीं सके. लिवर खराब होने के चलते साल 2020 में उनके बेटे ने अंतिम सांस ली. उसकी चिता पर आग लगाते वक्त उन्होंने यह संकल्प लिया था कि वह अपना बच्चा तो नहीं बचा सके लेकिन दूसरों के बच्चे नशे से बच सकें, इसका अभियान शुरू करेंगे. नशा मुक्ति पर बात करते हुए उन्होंने उमा भारती का भी जिक्र किया और कहा कि उमा भारती सही कर रही हैं.
2023 तक पूरा हो जाएग स्मार्ट सिटी का काम
विभागीय समीक्षा के सवाल पर उन्होंने बताया कि पीएम आवास योजना की प्रगति अच्छी चल रही है. 2022 तक 1 करोड़ 11 लाख आवास स्वीकृत थे लेकिन अधिक डिमांड आने पर अब इनकी संख्या एक करोड़ 33 लाख तक बढ़ा दी गई है. फिलहाल 60 फ़ीसदी काम ही पूरा हो पाया है. आने वाले वक्त में जल्द ही बचा हुआ काम किया जाएगा. उन्होंने स्मार्ट सिटी का काम भी 2023 तक पूरा होने का दावा किया.
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